चतरा: जिले के प्रसिद्ध ऐतिहासिक मां भद्रकाली परिसर में शुक्रवार से तीन दिवसीय राजकीय इटखोरी महोत्सव का आयोजन किया गया है, जिसका विधिवत उद्घाटन राज्य के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने बतौर मुख्य अतिथि के रूप में दीप प्रज्वलित कर किया. इस मौके पर श्रम नियोजन प्रशिक्षण और कौशल विकास मंत्री सत्यानंद भोक्ता, सांसद सुनील कुमार सिंह, सिमरिया विधायक किसुन दास समेत जिले के प्रशासनिक पदाधिकारी और बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे. कार्यक्रम के पूर्व कृषि मंत्री और अतिथियों का जोरदार स्वागत किया गया.
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इटखोरी महोत्सव को राजकीय दर्जा
झारखंड सरकार की ओर से साल 2015 में इटखोरी महोत्सव को राजकीय दर्जा देने की घोषणा की गई थी. हालांकि, कोविड 19 के गाइडलाइन के मद्देनजर इस बार महोत्सव का आयोजन सांकेतिक रूप से किया गया. इस मौके पर कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने समारोह में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की ओर से निर्गत संदेश पत्र को पढ़कर सुनाया, जिसमें मुख्यमंत्री ने इटखोरी वासियों को राजकीय इटखोरी महोत्सव की शुभकामनाएं देते हुए इस धार्मिक स्थली के विकास के लिए सरकार को पूरी तरह कृत संकल्प बताया.
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पूरी दुनिया में होगा इटखोरी का नाम
लोगों को संबोधित करते हुए कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि तीन धर्मों की इस संगम स्थली के वासियों की श्रद्धा और आस्था की भावना को देखते हुए अब कोई भी बाधाएं इस स्थली के सुनहरे भविष्य को आगे बढ़ने से रोक नहीं सकती. इस पावन स्थली के विकास के लिए झारखंड सरकार पूरी तरह से सतत प्रत्यनशील है और देश ही नहीं पूरी दुनिया के मानचित्र पर इटखोरी अपना नाम दर्ज कर परचम लहराएगा.