चतरा: जिले में लंबे इंतजार के बाद मानसून ने दस्तक दे दी है. तेज गर्जन और हवाओं के साथ जिले में जोरदार बारिश हुई. जिससे सुखाड़ की मार झेल रहे किसानों को काफी राहत मिली है. वहीं बारिश के दौरान ठनका गिरने से दो लोगों की मौत हो गई.
भारी बारिश की वजह से एक ओर जहां जिले के वशिष्ठनगर जोरी और इटखोरी थाना क्षेत्र में हुए वज्रपात में 2 लोगों की मौत हो गई. वहीं दूसरी ओर पानी की आस और सुखाड़ की मार झेल रहे किसानों को मानसून की पहली बारिश ने राहत पहुचाई है. दिन में ही घनघोर बादल के कारण रात का नजारा हो गया. वाहनों को हेडलाइट जलाकर दिन में है चलना पड़ा. जोरदार बारिश से जिला मुख्यालय समेत ग्रामीण क्षेत्रों के नदी-नाले और खेत जलमग्न हो गए.
खेतों और नदियों में पानी आने के बाद किसान खेती की जुगत में जुड़ गए हैं. मौसम विभाग के अनुसार करीब दो घंटे तक हुई मूसलाधार बारिश में करीब 75 मिलीमीटर बारिश हुई है. गौरतलब है कि जिले में मानसून की एंट्री समय से काफी देर से हुई है. मानसून की देरी से जहां किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीर खींच गई थी, वहीं पेयजल संकट से भी लोग जूझ रहे थे. ऐसे में जोरदार बारिश से लोगों को बड़ी राहत मिली है. लोगों ने पानी की किल्लत के साथ-साथ उमस भरी गर्मी से भी राहत की सांस ली है.