चतरा: पूरे देश में कोविड-19 को लेकर लॉकडाउन है. इस बीच विभिन्न प्रदेशों में जिले के फंसे प्रवासी मजदूरों के घर वापसी का सिलसिला भी निरंतर जारी है. सरकार प्रवासी मजदूरों के घर वापसी अभियान को गति प्रदान करते हुए अंजाम तक पहुंचाने में जुटी है. कई मजदूर ऐसे भी हैं जो घर आने की जल्दी में पैदल ही दूसरे प्रदेशों से चल कर आ चुके हैं.
मुफ्त भोजन उपलब्ध
ऐसे में पैदल अपने गंतव्य तक पहुंचने की जिद के सामने मजदूरों को भारी परेशानी से जूझना पड़ रहा है. मजदूरों को रास्ते में दिक्कत न हो इसे लेकर राज्य में प्रवेश करने वाले हाइवे पर मुफ्त में भोजन उपलब्ध करवाने के लिए राज्य सरकार ने जिला प्रशासन को निर्देशित किया है. जिसके बाद चतरा प्रशासन की पहल से झारखंड के सीमावर्ती इलाकों से बॉर्डर पर दाल भात केंद्र को शिफ्ट कर दिया गया है, साथ ही किचन संचालक और बॉर्डर पर तैनात अधिकारियों को पैदल चल रहे प्रवासी मजदूरों को भोजन कराकर सरकारी वाहन से उनके गंतव्य तक पहुंचाने का निर्देश दिया है.
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बॉडर इलाकों में वाहनों की तैनाती
डीसी जितेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि हाइवे पर किचन की स्थापना इसलिए की गयी है, ताकि कोई भी प्रवासी मजदूर भूखा न रहे. डीसी ने बताया कि पैदल प्रवासी मजदूरों को भोजन के साथ-साथ बसों से घर पहुंचाने की भी व्यवस्था की गई है. इसे लेकर सभी बॉडर इलाकों में वाहनों की तैनाती की गई है.