चतरा: जिले में एक बार फिर टीएसपीसी नक्सलियों ने ग्रामीणों और मासूम बच्चों को अपना ढाल बनाकर भागने में सफलता पाई है. नक्सलियों और पुलिस के बीच ग्रामीण और मासूम बच्चों के आ जाने के कारण एसपी के निर्देश पर जवानों ने गोलियां नक्सलियों पर नहीं चलाई. हालांकि इस दौरान अपर पुलिस अधीक्षक अभियान निगम प्रसाद और उनकी टीम ने हवाई फायरिंग कर जंगल में भाग रहे नक्सलियों को पकड़ने का अथक प्रयास जरूर किया. लेकिन सफलता के बजाय आम जनमानस के जान की सुरक्षा को प्राथमिकता देने वाले जांबाज सुरक्षाबलों को सफलता नहीं मिली.
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क्या है मामला
दरअसल, एसपी को गुप्त सूचना मिली थी कि चतरा और लातेहार जिले के सीमा क्षेत्र पर किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के उद्देश्य से टीएसपीसी नक्सली इकट्ठा हुए हैं. सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस अधीक्षक ने एएसपी अभियान निगम प्रसाद के नेतृत्व में पुलिस और झारखंड जगुआर की संयुक्त टीम बनाकर नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाने का निर्देश दिया था. अभियान के दौरान ही टंडवा थाना क्षेत्र के पदमपुर गांव के जंगलों में पुलिस का सामना नक्सलियों से हो गया.
जवानों पर की अंधाधुंध फायरिंग
मौके पर पुलिस की टीम को देख घबराए नक्सलियों ने ग्रामीणों का सहारा लेकर जवानों पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. जिसके बाद जवानों ने भी तत्काल मोर्चा संभालते हुए नक्सलियों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करनी चाही. लेकिन नक्सलियों ने ग्रामीणों और मासूम बच्चों को अपना ढाल बनाकर जंगल का लाभ उठाकर भागने लगे. बावजूद जवानों ने हवाई फायरिंग करते हुए उन्हें पकड़ने का प्रयास किया लेकिन सफल नहीं हो सके. जिसके बाद सुरक्षाबलों ने जंगल में विशेष सर्च अभियान चलाया.
कई सामान बरामद
अभियान के दौरान जंगल से ही नक्सलियों के उपयोग में आने वाले दैनिक उपयोग के सामान, बर्तन, नक्सली वर्दी साहित्य व थ्री नॉट थ्री का एक सौ राउंड जिंदा कारतूस बरामद किया. एएसपी ने कहा कि अभियान निरंतर जारी रहेगा. पुलिस नक्सलियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करती रहेगी.