चतरा: जिले में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ के 10 घंटे बीत जाने के बावजूद भी घटनास्थल पर एफएसएल और फॉरेंसिक की टीम अब तक नहीं पहुंची है. मौके पर ही नक्सलियों के शव अब तक पड़े हैं. हालांकि, पुलिस के टॉप अधिकारी लगातार मामले में को-आॉर्डिनेशन कर रहे हैं. बताते चलें कि मुठभेड़ के बाद लावालौंग में रांची से टीम बुलायी गई है.
पुलिस के टॉप अधिकारी और नक्सलियों के परिजन अब तक नाडिया जंगल में ही मौजूदः बताते चलें कि नाडिया जंगल में ही अब तक हजारीबाग डीआईजी नरेंद्र सिंह, सीआरपीएफ के डीआईजी डीके चौधरी, एसपी राकेश रंजन, कमांडेंट 190 बटालियन मनोज कुमार, सिमरिया एसडीपीओ अशोक प्रियदर्शी और मारे गए नक्सलियों के परिजन भी मौजूद हैं.
मुठभेड़ में मारे गए कई नक्सलियों पर था लाखों का इनामः बताते चलें कि मुठभेड़ में मारा गया माओवादी सैक सदस्य गौतम पासवान पर 25 लाख, सैक सदस्य अजीत उरांव उर्फ चार्लिस पर 25 लाख, जोनल कमांडर अमर गंझू पर पांच लाख, जोनल कमांडर अजय उर्फ नंदू पर पांच लाख का इनाम था.
पुलिस ने भारी मात्रा में हथियार और नक्सली साहित्य बरामद कियाः वहीं पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार प्लाटून कमांडर संजीत भुईयां भी मुठभेड़ में ढेर हो गया है. मुठभेड़ समाप्त होने के बाद पुलिस ने मौके से पुलिस से लूटा गया एके-47, एक इंसास, वॉकी-टॉकी, दो थ्री नॉट थ्री और भारी मात्रा में नक्सलियों के सामान और साहित्य बरामद किया है.
मुठभेड़ के बाद चतरा सीमा को किया गया सीलः बताते चलें कि मुठभेड़ में अन्य कई नक्सलियों को गोली लगने का दावा किया जा रहा है. घायल नक्सली कहीं दूसरे जिले में न प्रवेश कर जाएं, इसलिए चतरा की सीमा को पूरी तरह से सील कर दिया गया है. चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है. साथ ही पड़ोसी जिला पलामू की भी पुलिस हाई अलर्ट पर है. वहीं चतरा में अब तक पुलिस का सर्च अभियान जारी है.