रांची: आजसू नेता चंद्रप्रकाश चौधरी गिरिडीह लोकसभा सीट से विजयी होकर दिल्ली की राह पकड़ चुके हैं. चुकी सीपी चौधरी रघुवर कैबिनेट में मंत्री थे लिहाजा लोकसभा सीट जीतने के बाद उनको मंत्रिमंडल से इस्तीफा देना है. पार्टी भी कह चुकी है कि बहुत जल्द इस्तीफे की प्रक्रिया पूरी कर दी जाएगी, लेकिन सबसे बड़ा सवाल है कि रघुवर कैबिनेट में सीपी चौधरी की जगह कौन लेगा?
झारखंड में सीपी चौधरी के लोकसभा चुनाव जीतने के बाद आजसू के तीन विधायक हैं. इनमें से तमाड़ विधायक को पार्टी ने सस्पेंड कर रखा है. अब बचे राज किशोर महतो और रामचंद्र सहिस. संसदीय परंपरा के हिसाब से इन दोनों विधायकों में से किसी एक को मंत्री पद की जिम्मेदारी देनी चाहिए, लेकिन यह जरूरी भी नहीं है. संविधान के मुताबिक पार्टी किसी को भी मंत्री पद के लिए नामित कर सकती है बशर्ते 6 माह के भीतर उसे चुनाव जीतना होगा. चुकी चंद माह बाद ही झारखंड में विधानसभा का चुनाव भी होना है इसलिए आजसू के लिए यह महज औपचारिकता पूरी करने वाली बात होगी. सवाल अभी जस का तस है कि आजसू की तरफ से मंत्री कौन बनेगा.
ईटीवी भारत को खास सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक ना तो राज किशोर महतो को जगह मिलेगी और ना रामचंद्र सहिस को. पार्टी सुप्रीमो सुदेश महतो भी चंद माह के लिए मंत्री पद लेकर अपना कद छोटा करना नहीं चाहेंगे. विश्वास्त सूत्रों के मुताबिक आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो एक सरप्राइजिंग चेहरा मंत्री पद के लिए सामने ला सकते हैं, इसकी एक वजह भी है. अगर राजकिशोर महतो और रामचंद्र सहित में से किसी एक को मंत्री पद के लिए नामित किया जाता है तो संगठन के अंदर गुटबाजी हो सकती है. वहीं, अगर सुदेश महतो खुद मंत्री बनने की इच्छा जताते हैं तो जनता के बीच गलत संदेश जाएगा.
राजनीतिक जानकार बताते हैं कि गिरिडीह लोकसभा सीट जीतने के बाद आजसू का कॉन्फिडेंस आसमान पर है. भाजपा भी मानती है कि आजसू के साथ गठबंधन करने से उसे कई अन्य सीटों पर फायदा हुआ है. ऐसे में सुदेश महतो की नजर आगामी विधानसभा चुनाव पर टिकी है. उनकी कोशिश होगी कि वह विधानसभा चुनाव के वक्त अपने प्रभाव वाले सीटों पर भाजपा के सहयोग से जीत हासिल करें. इसका सीधा फायदा एनडीए की सरकार बनने की सूरत में आजसू को मिलेगा. राजनीति के ऐसे मोड़ पर सुदेश महतो किसी ऐसे चेहरे को रघुवर मंत्रिमंडल में स्थापित करना चाहेंगे जिसको लेकर किसी भी तरह के विरोध की गुंजाइश ना बचे. लिहाजा इस बात की पूरी उम्मीद है कि रघुवर कैबिनेट में आजसू कोटे से एक नया चेहरा सामने आ सकता है.