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महागठबंधन में सीटों के बंटवारे पर नाराज बाबूलाल को मनाने पहुंचे सुबोधकांत, कहा- सुलझ जाएगा विवाद - झारखंड न्यूज

झारखंड महागठबंधन में सीटों के बंटवारे से नाराज बाबूलाल मरांडी को मनाने की कवायत शुरू हो गई है. काग्रेस के वरिष्ट नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय उनसे बात करने पहुंचे. इस मुलाकात का कोई नतीजा नहीं निकला. बाबूलाल ने पार्टी के नेताओं के साथ बातचीत कर फैसला लेने का आश्वासन दिया.

बाबूलाल और सुबोधकांत सहाय
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Published : Feb 8, 2019, 3:12 PM IST

रांची: प्रदेश में विपक्षी दलों के महागठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर उपजे विवाद के बाद जेवीएम सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी को मनाने की कवायद कांग्रेस पार्टी ने शुरू कर दी है. इसी क्रम में पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुबोधकांत सहाय ने शुक्रवार को बाबूलाल मरांडी से उनके मोरहाबादी स्थित आवास पर जाकर मुलाकात की.

सुबोधकांत सहाय का बयान
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मुलाकात के बाद सहाय ने कहा कि झारखंड में कांग्रेस, जेएमएम, जेवीएम और राजद का महागठबंधन के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगा, जिसका उद्देश्य बीजेपी को सत्ता से दूर रखना है. उन्होंने दावा किया कि सभी घटक दल इसमें एकजुट है. शुक्रवार को मरांडी के साथ हुई बैठक के बाद सहाय ने कहा कि दोनों नेताओं के बीच महागठबंधन के स्वरूप और आगामी चुनाव की रणनीति पर भी चर्चा हुई.

सहाय ने कहा कि उनका प्रयास है कि संपूर्ण गठबंधन हो और बाबूलाल मरांडी भी एक पार्टी के नेता हैं, वह चुनाव नहीं लड़ेंगे यह कभी सोचा नहीं जा सकता है. मरांडी को चुनाव लड़ना है और एक-दो पार्टी में सीटों का जो इश्यू है, कैंडिडेट को लेकर उसको रिसॉल्व कर लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि मरांडी ने कहा है कि वह इस मुद्दे पर पार्टी के पदाधिकारियों की बैठक बुलाएंगे.

दरअसल, गुरुवार को जैसे ही महागठबंधन में सीट शेयरिंग की खबर आई, उसके बाद मरांडी के सुर बदल गए. उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि कांग्रेस पार्टी के समक्ष उन्होंने 3 सीटों का प्रस्ताव रखा था. जिसमें कोडरमा, गोड्डा और चतरा शामिल है और जब तक इन पर सम्मानजनक समझौता नहीं होगा झारखंड विकास मोर्चा अपना निर्णय लेने को स्वतंत्र है.

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रांची: प्रदेश में विपक्षी दलों के महागठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर उपजे विवाद के बाद जेवीएम सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी को मनाने की कवायद कांग्रेस पार्टी ने शुरू कर दी है. इसी क्रम में पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुबोधकांत सहाय ने शुक्रवार को बाबूलाल मरांडी से उनके मोरहाबादी स्थित आवास पर जाकर मुलाकात की.

सुबोधकांत सहाय का बयान
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मुलाकात के बाद सहाय ने कहा कि झारखंड में कांग्रेस, जेएमएम, जेवीएम और राजद का महागठबंधन के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगा, जिसका उद्देश्य बीजेपी को सत्ता से दूर रखना है. उन्होंने दावा किया कि सभी घटक दल इसमें एकजुट है. शुक्रवार को मरांडी के साथ हुई बैठक के बाद सहाय ने कहा कि दोनों नेताओं के बीच महागठबंधन के स्वरूप और आगामी चुनाव की रणनीति पर भी चर्चा हुई.

सहाय ने कहा कि उनका प्रयास है कि संपूर्ण गठबंधन हो और बाबूलाल मरांडी भी एक पार्टी के नेता हैं, वह चुनाव नहीं लड़ेंगे यह कभी सोचा नहीं जा सकता है. मरांडी को चुनाव लड़ना है और एक-दो पार्टी में सीटों का जो इश्यू है, कैंडिडेट को लेकर उसको रिसॉल्व कर लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि मरांडी ने कहा है कि वह इस मुद्दे पर पार्टी के पदाधिकारियों की बैठक बुलाएंगे.

दरअसल, गुरुवार को जैसे ही महागठबंधन में सीट शेयरिंग की खबर आई, उसके बाद मरांडी के सुर बदल गए. उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि कांग्रेस पार्टी के समक्ष उन्होंने 3 सीटों का प्रस्ताव रखा था. जिसमें कोडरमा, गोड्डा और चतरा शामिल है और जब तक इन पर सम्मानजनक समझौता नहीं होगा झारखंड विकास मोर्चा अपना निर्णय लेने को स्वतंत्र है.

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Intro:रांची। प्रदेश में विपक्षी दलों के महागठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर उपजे विवाद के बाद झारखंड विकास मोर्चा सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी को मनाने की कवायद कांग्रेस पार्टी ने शुरू कर दी है। इसी क्रम में पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुबोधकांत सहाय ने शुक्रवार को झाविमो सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी से उनके मोरहाबादी स्थित आवास पर जाकर मुलाकात की।
मुलाकात के बाद सहाय ने कहा कि झारखंड में कांग्रेस, जेएमएम, जेवीएम और राजद का महागठबंधन के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगा। जिसका उद्देश्य बीजेपी को सत्ता से दूर रखना है। उन्होंने दावा किया कि सभी घटक दल इसमें एकजुट है। शुक्रवार को मरांडी के साथ हुई बैठक के बाद सहाय ने कहा कि दोनों नेताओं के बीच महागठबंधन के स्वरूप और आगामी चुनाव की रणनीति पर भी चर्चा हुई।





Body:सहाय ने कहा कि उनका प्रयास है कि संपूर्ण गठबंधन हो और बाबूलाल मरांडी भी एक पार्टी के नेता है वह चुनाव नहीं लड़ेंगे यह कभी सोचा नहीं जा सकता है। मरांडी को चुनाव लड़ना है और एक-दो पार्टी में सीटों का जो इश्यू है, कैंडिडेट को लेकर उसको रेसॉल्व कर लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि मरांडी ने कहा है कि वह इस मुद्दे पर पार्टी के पदाधिकारियों की बैठक बुलाएंगे।


Conclusion:दरअसल गुरुवार को जैसे ही महागठबंधन में सीटों के शेयरिंग की खबर आई, उसके बाद मरांडी के सुर बदल गए। उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि कांग्रेस पार्टी के समक्ष उन्होंने 3 सीटों का प्रस्ताव रखा था। जिसमें कोडरमा, गोड्डा और चतरा शामिल है और जब तक इन पर सम्मानजनक समझौता नहीं होगा झारखंड विकास मोर्चा अपना निर्णय लेने को स्वतंत्र है।
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