रांची: सरकार का दावा है कि राज्य शत-प्रतिशत ओडीएफ घोषित हो गया है. लेकिन हकीकत कुछ और ही है. राजधानी के कांके प्रखंड में कई ऐसे गांव हैं. जहां आज भी लोग खुले में शौच जाते हैं. सरकारी दावे केवल कागजों तक सिमटे हुए हैं.
कांके प्रखंड यूं तो ओडीएफ घोषित किया जा चुका है. लेकिन यहां कई गांव ऐसे हैं जहां आज भी लोग खुले में शौच करने को मजबूर हैं. यहां की हकीकत यह है कि कई जगहों पर शौचालय है ही नहीं. जहां हैं उसमें दरवाजा ही नहीं है. तो कहीं सिर्फ गड्ढा खोदकर छोड़ दिया गया है.
जानकारी के अनुसार नगड़ी गांव में लगभग 300 शौचालय का निर्माण किया जा चुका है. लेकिन अभी भी लगभग डेढ़ सौ ऐसे घर हैं, जिसमें शौचालय नहीं हैं. लोग खुले में शौच करने को मजबूर हैं. स्थानीय लोगों ने बताया कि शौचालय निर्माण के लिए सूची में नाम था लेकिन शौचालय निर्माण नहीं कराया गया.
इधर फाइलों में कांके प्रखंड पूरी तरह से ओडीएफ घोषित हो चुका है. ऐसा एक भी घर नहीं है, जहां पर शौचालय नहीं बनाया गया हो. लेकिन हकीकत जानकर सरकारी सिस्टम का पता लग जाता है कि, सरकार के दावे में कितनी सच्चाई है.