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निजी न्यूज चैनल में डबल मर्डर केस मामला, आरोपी को पुलिस का मिल रहा साथ

रांची में दो कारोबारी अग्रवाल बंधुओं की गोली मारकर हत्या मामले के मुख्य आरोपित लोकेश चौधरी को पुलिस की ओर से पूरा मौका मिल रहा है. पुलिस ने बीते 19 मार्च को ही लोकेश चौधरी के घर चिपकाने के लिए कोर्ट से इश्तेहार निकाल रखा था. लेकिन अरगोड़ा पुलिस को इश्तेहार चिपकाने में सात दिन लग गए.

डबल मर्डर केस मामला
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Published : Mar 26, 2019, 3:49 AM IST

रांची: निजी न्यूज चैनल के कार्यालय में दो कारोबारी अग्रवाल बंधुओं की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. मामले के मुख्य आरोपित लोकेश चौधरी को पुलिस की ओर से पूरा मौका मिल रहा है. पुलिस ने बीते 19 मार्च को ही लोकेश चौधरी के घर चिपकाने के लिए कोर्ट से इश्तेहार निकाल रखा था. लेकिन अरगोड़ा पुलिस को इश्तेहार चिपकाने में सात दिन लग गए. जिसके बाद पुलिस पर सवाल खड़े हो रहे.

डबल मर्डर केस मामला

दरअसल, कचनारटोली स्थित वसुंधरा ऑर्किड अपार्टमेंट स्थित लोकेश का घर महज सात किलोमीटर की दूरी पर है, फिर भी इश्तेहार लेकर पहुंचने में पुलिस को सात दिन लग गए. बताया जा रहा कि सोमवार को पुलिस ने लोकेश के फ्लैट नंबर 201 बी ब्लॉक पर इश्तेहार चिपका दिया. लेकिन अब कुर्की की कार्रवाई कब होती है यह कोई नहीं बता सकता.

फिलहाल अपार्टमेंट के मुख्य द्वारा, सीढ़ी और फ्लैट के दरवाजे पर इश्तेहार चिपका दी गई गई है. सूत्रों के अनुसार लोकेश पुलिस की पूरी गतिविधियों पर नजर रखा है. कभी सरेंडर करने की तैयारी करता तो कभी थम जाता. इसबीच पुलिस की ओर से भी पूरा मौका मिल जा रहा. नतीजतन घटना के 20 दिनों बाद भी लोकेश और उसका दोस्त एमके सिंह फरार है.

6 मार्च को हुई थी हत्या
छह मार्च की शाम व्यवसायी हेमंत अग्रवाल और उनके सगे भाई महेंद्र अग्रवाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. घटना को अंजाम देने के बाद लोकेश रात के 11:57 बजे जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के कचनार टोली स्थित वसुंधरा ऑर्किड अपार्टमेंट पहुंचा था. वहां से पत्नी और बच्चों को लेकर सीधे बिहार भाग निकला था.

हत्या में प्रयुक्त बंदूक और कार बरामद
लाकेश के दोनों अंगरक्षक सुनील सिंह और धर्मेंद्र तिवारी को चार दिनों के लिए पुलिस रिमांड पर ली है, तीसरे दिन पुलिस ने पूछताछ की. इसी कड़ी में धर्मेंद्र तिवारी की निशानदेही पर खेलगांव स्थित आवास से प्वांइट 315 बोर की बंदूक बरामद कर ली है. वहीं, फरार होने में प्रयोग किये गए कार को भी बरमाद किया गया है. पुलिस बरमाद हथियार की फॉरेंसिक जांच भी कराएगी. बता दें कि सुनील सिंह की प्वाइंट 32 बोर की लाइसेंसी रिवाल्वर और 19 राउंड गोलियां सुनील की गिरफ्तारी के साथ ही बरामद कर ली गई थी.

अब तक तीन लोग जा चुके हैं जेल
डबल मर्डर के मामले में अबतक तीन लोग जेल जा चुके हैं. बीते 19 मार्च को अंगरक्षक धर्मेंद्र तिवारी ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया था. इससे पहले बीते 15 मार्च को सुनील कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजी दी है. वहीं 20 मार्च को चालक शंकर को पुलिस ने जेल भेजा था. इस मामले में अब तक तीन लोग जेल जा चुके हैं. लोकेश और आइबी ऑफिसर बन रुपये उड़ाने की कोशिश करने वाला एमके सिंह फरार है.

रांची: निजी न्यूज चैनल के कार्यालय में दो कारोबारी अग्रवाल बंधुओं की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. मामले के मुख्य आरोपित लोकेश चौधरी को पुलिस की ओर से पूरा मौका मिल रहा है. पुलिस ने बीते 19 मार्च को ही लोकेश चौधरी के घर चिपकाने के लिए कोर्ट से इश्तेहार निकाल रखा था. लेकिन अरगोड़ा पुलिस को इश्तेहार चिपकाने में सात दिन लग गए. जिसके बाद पुलिस पर सवाल खड़े हो रहे.

डबल मर्डर केस मामला

दरअसल, कचनारटोली स्थित वसुंधरा ऑर्किड अपार्टमेंट स्थित लोकेश का घर महज सात किलोमीटर की दूरी पर है, फिर भी इश्तेहार लेकर पहुंचने में पुलिस को सात दिन लग गए. बताया जा रहा कि सोमवार को पुलिस ने लोकेश के फ्लैट नंबर 201 बी ब्लॉक पर इश्तेहार चिपका दिया. लेकिन अब कुर्की की कार्रवाई कब होती है यह कोई नहीं बता सकता.

फिलहाल अपार्टमेंट के मुख्य द्वारा, सीढ़ी और फ्लैट के दरवाजे पर इश्तेहार चिपका दी गई गई है. सूत्रों के अनुसार लोकेश पुलिस की पूरी गतिविधियों पर नजर रखा है. कभी सरेंडर करने की तैयारी करता तो कभी थम जाता. इसबीच पुलिस की ओर से भी पूरा मौका मिल जा रहा. नतीजतन घटना के 20 दिनों बाद भी लोकेश और उसका दोस्त एमके सिंह फरार है.

6 मार्च को हुई थी हत्या
छह मार्च की शाम व्यवसायी हेमंत अग्रवाल और उनके सगे भाई महेंद्र अग्रवाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. घटना को अंजाम देने के बाद लोकेश रात के 11:57 बजे जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के कचनार टोली स्थित वसुंधरा ऑर्किड अपार्टमेंट पहुंचा था. वहां से पत्नी और बच्चों को लेकर सीधे बिहार भाग निकला था.

हत्या में प्रयुक्त बंदूक और कार बरामद
लाकेश के दोनों अंगरक्षक सुनील सिंह और धर्मेंद्र तिवारी को चार दिनों के लिए पुलिस रिमांड पर ली है, तीसरे दिन पुलिस ने पूछताछ की. इसी कड़ी में धर्मेंद्र तिवारी की निशानदेही पर खेलगांव स्थित आवास से प्वांइट 315 बोर की बंदूक बरामद कर ली है. वहीं, फरार होने में प्रयोग किये गए कार को भी बरमाद किया गया है. पुलिस बरमाद हथियार की फॉरेंसिक जांच भी कराएगी. बता दें कि सुनील सिंह की प्वाइंट 32 बोर की लाइसेंसी रिवाल्वर और 19 राउंड गोलियां सुनील की गिरफ्तारी के साथ ही बरामद कर ली गई थी.

अब तक तीन लोग जा चुके हैं जेल
डबल मर्डर के मामले में अबतक तीन लोग जेल जा चुके हैं. बीते 19 मार्च को अंगरक्षक धर्मेंद्र तिवारी ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया था. इससे पहले बीते 15 मार्च को सुनील कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजी दी है. वहीं 20 मार्च को चालक शंकर को पुलिस ने जेल भेजा था. इस मामले में अब तक तीन लोग जेल जा चुके हैं. लोकेश और आइबी ऑफिसर बन रुपये उड़ाने की कोशिश करने वाला एमके सिंह फरार है.




रांची के अरगोड़ा थाना क्षेत्र के अशोक नगर रोड नंबर-एक स्थित एक निजी न्यूज चैनल के कार्यालय में दो कारोबारी अग्रवाल बंधुओं की गोली मारकर हत्या मामले के मुख्य आरोपित लोकेश चौधरी को पुलिस की ओर से पूरा मौका मिल रहा है। पुलिस ने बीते 19 मार्च को ही लोकेश चौधरी के घर चिपकाने के लिए कोर्ट से इश्तेहार निकाल रखा है। लेकिन अरगोड़ा पुलिस को इश्तेहार चिपकाने में सात दिन लग गए। जबकि थाने से कचनारटोली स्थित वसुंधरा ऑर्किड अपार्टमेंट स्थित लोकेश का घर महज सात किलोमीटर की दूरी पर है, फिर भी इश्तेहार लेकर पहुंचने में पुलिस को सात दिन लग गए। 


सोमवार को पुलिस ने लोकेश के फ्लैट नंबर 201 बी ब्लॉक पर इश्तेहार चिपका दिया, लेकिन अब कुर्की की कार्रवाई कब होती है यह कोई नहीं बता सकता। फिलहाल अपार्टमेंट के मुख्य द्वारा, सीढ़ी और फ्लैट के दरवाजे पर इश्तेहार चिपका दी गई गई है। बताया जा रहा है कि लोकेश पुलिस की पूरी गतिविधियों पर नजर रखा है। कभी सरेंडर करने की तैयारी करता, कभी थम जाता। इसबीच पुलिस की ओर से भी पूरा मौका मिल जा रहा। नतीजतन घटना के 20 दिनों बाद भी लोकेश और उसका दोस्त एमके सिंह फरार है। 
              
छह मार्च को हुई थी हत्या 

 छह मार्च की शाम व्यवसायी हेमंत अग्रवाल और उनके सगे भाई महेंद्र अग्रवाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। घटना को अंजाम देने के बाद लोकेश रात के 11:57 बजे जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के कचनार टोली स्थित वसुंधरा ऑर्किड अपार्टमेंट पहुंचा था। वहां से पत्नी व बच्चों को लेकर सीधे बिहार भाग निकला था।  

हत्या में प्रयुक्त बंदूक और कार बरामद 
लाकेश के दोनों अंगरक्षक सुनील सिंह और धर्मेंद्र तिवारी को चार दिनों के लिए रिमांड पर लिया गया है। तीसरे दिन पुलिस ने पूछताछ की। इसी कड़ी में धर्मेंद्र तिवारी की निशानदेही पर खेलगांव स्थित आवास से प्वांइट 315 बोर की बंदूक बरामद कर ली है। वही फरार होने में प्रयोग किये गए कार को भी बरमाद किया गया है। पुलिस बरमाद हथियार की फॉरेंसिक जांच भी कराएगी। बता दें कि सुनील सिंह की प्वाइंट 32 बोर की लाइसेंसी रिवाल्वर व 19 राउंड गोलियां सुनील की गिरफ्तारी के साथ ही बरामद कर ली गई थी। 

अब तक तीन लोग जा चुके हैं जेल 

डबल मर्डर के मामले में अबतक तीन लोग जेल जा चुके हैं। बीते 19 मार्च को अंगरक्षक धर्मेंद्र तिवारी ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया था। इससे पहले बीते 15 मार्च को सुनील कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था। वहीं 20 मार्च को चालक शंकर को पुलिस ने जेल भेजा था। इस मामले में अब तक तीन लोग जेल जा चुके हैं। लोकेश और आइबी ऑफिसर बन रुपये उड़ाने की कोशिश करने वाला एमके सिंह फरार है। 


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