रांची: झारखंड के कुख्यात नक्सली संगठनों में से एक पीएलएफआई के सुप्रीमो दिनेश गोप ने अपने दहशत के बल पर कमाए गए पैसे को कारोबार में लगाने के लिए रांची में दो ऑफिस खोल कर रखा था. दोनों ही ऑफिस रांची के सबसे वीआईपी इलाका माने जाने वाले अशोक नगर इलाके में थे.
गुरुवार की सुबह एनआईए की टीम ने दिनेश गोप के दफ्तरों को सर्च किया. एनआईए की टीम सुबह 4 बजे ही रांची के डोरंडा के कुम्हार टोली में विक्की अंसारी के यहां पहुंची थी. यहां पर एनआईए की टीम 15 घंटे तक विक्की से पूछताछ करती रही. इस दौरान उससे दिनेश गोप की कंपनियों और उसमें हुए निवेश के संबंध में पूछताछ की. हालांकि पूछताछ के बाद विक्की को छोड़ दिया गया. एनआईए की टीम ने अशोक नगर में दिनेश गोपी कंपनी में काम करने वाली एक महिला कर्मी से भी घंटों पूछताछ की.
सुबह 4 बजे शुरू हुई एनआईए की दबिश
एनआईए की टीम गुरुवार सुबह 4 बजे एक साथ रांची, गुमला खूंटी और कोलकाता में दिनेश गोप के सभी ठिकानों पर छापेमारी की. एनआईए ने झारखंड में अलग-अलग जगहों पर छापेमारी के लिए राज्य पुलिस मुख्यालय से 100 से अधिक जवान मांगे थे.
पहली बार दिनेश गोप पर दबिश
पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश को पर एनआईए ने पहली बार दबिश दी है. एनआईए अधिकारियों के मुताबिक डायरियों में निवेश संबंधित कई जानकारियां मिली है. लेवी के पैसे कहां निवेश हुए, कौन-कौन लोग इसमें शामिल थे, इसकी गहनता से छानबीन की जा रही है. गौरतलब है कि दिनेश गोप ने रांची में फ्लैट और जमीन में भी निवेश किया था जिसे रांची खूंटी पुलिस ने जब्त कर लिया था.