रांची: राजधानी के मेडिका अस्पताल प्रबंधन पर पैसे के लिए परिजनों को शव नहीं देने का आरोप लगा है. 30 मई को मरीज खुशबू कुमारी की मौत हो गई थी. जिसके बाद डॉक्टर और अस्पताल प्रशासन द्वारा लगातार बकाया राशि की मांग की. जिसे देने में परिजनों ने असमर्थता दिखाई. परिजनों के अनुसार इसके बाद अस्पताल प्रशासन द्वारा मृतक के शव को बंधक बना लिया गया.
घटना के बारे में मृतक के परिजन ने बताया कि 30 मई को वो बीमार खुशबू कुमारी को लेकर मेडिका पहुंचे थे. जहां पर डॉक्टरों की इलाज से मरीज में सुधार आने लगा, लेकिन अचानक रविवार को मरीज की हालत खराब होने लगी, जिसके बाद डॉक्टरों को फोन किया गया, लेकिन डॉक्टर लगातार फोन करने के बावजूद भी नहीं पहुंचे. इस वजह से खुशबू की मौत हो गई.
मृतक के परिजन ने बताया कि डॉक्टर और अस्पताल प्रशासन द्वारा लगातार बकाया राशि की मांग की जा रही थी. जिसे देने में परिजनों ने असमर्थता दिखाई. अस्पताल प्रशासन द्वारा मृतक के शव को बंधक बनाकर परिजनों से बकाया राशि 1 लाख 8 हजार रुपए की मांग की गई.
मीडिया के हस्तक्षेप के बाद शव को अस्पताल प्रबंधन ने छोड़ा
परिजनों के आग्रह करने के बाद जब अस्पताल प्रशासन नहीं माना, तो उन्होंने मीडिया का सहारा लिया. जिसके बाद प्रबंधन ने मृतक के शव को बिना पैसे लिए ही छोड़ने का निर्णय लिया. परिजनों ने शव लेने के बाद मीडिया को धन्यवाद दिया.
इस मामले में मेडिका अस्पताल प्रबंधन की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली हैं. ईटीवी भारत ने जब प्रबंधन से इस मामले में जानकारी चाही तो उन्होंने आरोप से इंकार किया है.