रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा सुप्रीमो शिबू सोरेन के 'कोल स्कैम' में शामिल होने के मुख्यमंत्री रघुवर दास के आरोपों पर पार्टी ने कड़ी आपत्ति जताई है. झारखंड मुक्ति मोर्चा के पूर्व सांसद और सोरेन के मुकदमों की सुप्रीम कोर्ट में पैरवीकार संजीव कुमार ने खुली चुनौती देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अपने उन आरोपों की जांच कर लें.
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पूर्व सांसद ने कहा कि आश्चर्य की बात यह है कि एक तरफ तो मुख्यमंत्री, शिबू सोरेन को अपना अभिभावक बताते हैं. वहीं दूसरी तरफ वह उनके लिए उटपटांग टिप्पणियां करते हैं. उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि वह मानसिक रूप से ठीक नहीं हैं. वहीं शिबू सोरेन के स्वास्थ्य को लेकर भी की जा रही मुख्यमंत्री की कथित टिप्पणियों पर भी उन्होंने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि वो एकदम स्वस्थ हैं और चुनाव प्रचार में पूरी तरह से हिस्सा ले रहे हैं. सीएम को इस तरह से पर्सनल टिप्पणी नहीं करनी चाहिए. पूर्व राज्यसभा सांसद ने कहा कि यह एक तरह से आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है और इसको लेकर वो चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाएंगे.
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इस मौके पर मौजूद सिल्ली विधानसभा इलाके से झारखंड मुक्ति मोर्चा के पूर्व विधायक अमित महतो ने कहा कि ऐसा लगता है कि मुख्यमंत्री का मानसिक संतुलन बिगड़ गया है. इसी वजह से वह ऐसी टिप्पणियां कर रहे हैं. बता दें कि राज्य में लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण में संथाल परगना की 3 संसदीय सीटों पर 19 मई को मतदान होना है. उन तीन में से दो पर झारखंड मुक्ति मोर्चा के सांसद हैं जिसमें से शिबू सोरेन खुद दुमका सीट पर एमपी हैं.