जमशेदपुर: अपनी 10 सूत्री मांगों को लेकर पंचायत प्रतिनिधि जमशेदपुर प्रखंड कार्यालय के समक्ष अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं. पंचायत समिति सदस्यों का कहना है कि सरकार विकास चाहती है लेकिन विकास के लिए उन्हें कोई फंड आवंटित नहीं किया गया है. जिसको लेकर जनता उनसे सवाल कर रही है.
जमशेदपुर प्रखंड कार्यालय के समक्ष अपनी 10 सूत्री मांगों को लेकर पंचायत प्रतिनिधि अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर हैं. इस हड़ताल में पुरुषों के साथ महिलाएं भी शामिल हैं. बता दें कि पंचायत में 50% आरक्षण होने के बाद आज महिलाओं की संख्या ज्यादा है. ऐसे में पंचायत प्रतिनिधियों कहना है कि पंचायत क्षेत्र के विकास कार्य के लिए जनता उनसे सवाल कर रही है. जबकि सरकार द्वारा उन्हें कोई फंड मुहैया नहीं कराया जा रहा है.
सांसद और विधायक की तरह मिले सुविधा
पंचायत प्रतिनिधियों का कहा है कि जिस तरह सांसद और विधायक को आजीवन पेंशन और अन्य सुविधाओं की व्यवस्था की जाती है. वैसे ही पंचायत प्रतिनिधियों को भी सरकार व्यवस्था उपलब्ध कराएं. साथ ही आज पंचायत में महिला प्रतिनिधियों को जो सम्मान मिलना चाहिए वह नहीं मिल रहा है.
पंचायत समिति सदस्य प्रभा हांसदा ने बताया कि 4 साल बीत गए लेकिन जो सुविधा और सम्मान उन्हें मिलना चाहिए वो अबतक तक नहीं मिला है. ऐसे में सरकार सिर्फ उन्हें आश्वासन ही देती आ रही है. वहीं, चुनाव नजदीक है उनकी मांगों को अगर पूरा नहीं किया जाता है तो इसका असर चुनाव में देखने को मिलेगा.