रांची: रिम्स के जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ अजीत बताते हैं कि हर साल डॉक्टर्स डे पर रिम्स के जूनियर डॉक्टरों के द्वारा रक्तदान शिविर, गरीबों के बीच दान और लोगों के लिए उत्कृष्ट कार्य किए जाते रहे हैं. हालांकि पिछले कुछ महीनों में समाज और सरकार के द्वारा झारखंड में डॉक्टरों के साथ किए जा रहे व्यवहार से नाराज डॉक्टर्स इस डे को 'प्रोटेस्ट डे' के रूप में मना रहे हैं.
जिस प्रकार से आए दिन डॉक्टरों पर हमले हो रहे हैं और रांची में भी पिछले दिन रिन्ची अस्पताल में परिजनों के द्वारा डॉक्टर एके सिंह के साथ निर्ममता पूर्वक मारपीट की गई. इससे डॉक्टर खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. वहीं, उन्होंने डॉक्टरों को दी जाने वाली सुविधा एनपीए/सीपीए पर सरकार के सुस्त रवैये को लेकर भी नाराजगी जाहिर की.
रिम्स में डॉक्टरों की कमी को पर कार्यरत डॉक्टर के द्वारा ओवरटाइम काम किया जा रहा है. इसके बावजूद डॉक्टरों पर काम नहीं करने के आरोप लगाए जाते हैं, जिससे डॉक्टर समुदाय में नाराजगी है. जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन अध्यक्ष डॉ अजीत ने बताया कि पिछले दिनों जिस प्रकार गलत आरोप में प्रशासन द्वारा डॉ सीमा मोदी को जेल में बंद रखा गया है, इससे यह स्पष्ट होता है कि हम डॉक्टरों के मौलिक अधिकारों का भी हनन हो रहा है. इससे जूनियर डॉक्टर 'डॉक्टर्स डे' मनाने के खिलाफ हो गए हैं.
गौरतलब है कि प्रत्येक वर्ष 1 जुलाई को देश के महान डॉक्टर और भारत रत्न से सम्मानित डॉ बिधान चंद्र राय की जयंती और पुण्यतिथि के अवसर पर डॉक्टर डे को मनाया जाता है.