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रिम्स में डॉक्टर्स डे बना 'प्रोटेस्ट डे', जानिए क्या है वजह - Ranchi News

डॉक्टरों पर हो रहे हमलो के विरोध में राजधानी के रिम्स में डॉक्टर्स डे को प्रोटेस्ट डे के रुप में मनाया जा रहा है. रांची में डॉक्टर डॉक्टर खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं.

रिम्स में डॉक्टर्स डे बना 'प्रोटेस्ट डे'
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Published : Jul 1, 2019, 10:38 AM IST

रांची: रिम्स के जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ अजीत बताते हैं कि हर साल डॉक्टर्स डे पर रिम्स के जूनियर डॉक्टरों के द्वारा रक्तदान शिविर, गरीबों के बीच दान और लोगों के लिए उत्कृष्ट कार्य किए जाते रहे हैं. हालांकि पिछले कुछ महीनों में समाज और सरकार के द्वारा झारखंड में डॉक्टरों के साथ किए जा रहे व्यवहार से नाराज डॉक्टर्स इस डे को 'प्रोटेस्ट डे' के रूप में मना रहे हैं.

वीडियो में देखें पूरी खबर

जिस प्रकार से आए दिन डॉक्टरों पर हमले हो रहे हैं और रांची में भी पिछले दिन रिन्ची अस्पताल में परिजनों के द्वारा डॉक्टर एके सिंह के साथ निर्ममता पूर्वक मारपीट की गई. इससे डॉक्टर खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. वहीं, उन्होंने डॉक्टरों को दी जाने वाली सुविधा एनपीए/सीपीए पर सरकार के सुस्त रवैये को लेकर भी नाराजगी जाहिर की.

रिम्स में डॉक्टरों की कमी को पर कार्यरत डॉक्टर के द्वारा ओवरटाइम काम किया जा रहा है. इसके बावजूद डॉक्टरों पर काम नहीं करने के आरोप लगाए जाते हैं, जिससे डॉक्टर समुदाय में नाराजगी है. जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन अध्यक्ष डॉ अजीत ने बताया कि पिछले दिनों जिस प्रकार गलत आरोप में प्रशासन द्वारा डॉ सीमा मोदी को जेल में बंद रखा गया है, इससे यह स्पष्ट होता है कि हम डॉक्टरों के मौलिक अधिकारों का भी हनन हो रहा है. इससे जूनियर डॉक्टर 'डॉक्टर्स डे' मनाने के खिलाफ हो गए हैं.

गौरतलब है कि प्रत्येक वर्ष 1 जुलाई को देश के महान डॉक्टर और भारत रत्न से सम्मानित डॉ बिधान चंद्र राय की जयंती और पुण्यतिथि के अवसर पर डॉक्टर डे को मनाया जाता है.

रांची: रिम्स के जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ अजीत बताते हैं कि हर साल डॉक्टर्स डे पर रिम्स के जूनियर डॉक्टरों के द्वारा रक्तदान शिविर, गरीबों के बीच दान और लोगों के लिए उत्कृष्ट कार्य किए जाते रहे हैं. हालांकि पिछले कुछ महीनों में समाज और सरकार के द्वारा झारखंड में डॉक्टरों के साथ किए जा रहे व्यवहार से नाराज डॉक्टर्स इस डे को 'प्रोटेस्ट डे' के रूप में मना रहे हैं.

वीडियो में देखें पूरी खबर

जिस प्रकार से आए दिन डॉक्टरों पर हमले हो रहे हैं और रांची में भी पिछले दिन रिन्ची अस्पताल में परिजनों के द्वारा डॉक्टर एके सिंह के साथ निर्ममता पूर्वक मारपीट की गई. इससे डॉक्टर खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. वहीं, उन्होंने डॉक्टरों को दी जाने वाली सुविधा एनपीए/सीपीए पर सरकार के सुस्त रवैये को लेकर भी नाराजगी जाहिर की.

रिम्स में डॉक्टरों की कमी को पर कार्यरत डॉक्टर के द्वारा ओवरटाइम काम किया जा रहा है. इसके बावजूद डॉक्टरों पर काम नहीं करने के आरोप लगाए जाते हैं, जिससे डॉक्टर समुदाय में नाराजगी है. जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन अध्यक्ष डॉ अजीत ने बताया कि पिछले दिनों जिस प्रकार गलत आरोप में प्रशासन द्वारा डॉ सीमा मोदी को जेल में बंद रखा गया है, इससे यह स्पष्ट होता है कि हम डॉक्टरों के मौलिक अधिकारों का भी हनन हो रहा है. इससे जूनियर डॉक्टर 'डॉक्टर्स डे' मनाने के खिलाफ हो गए हैं.

गौरतलब है कि प्रत्येक वर्ष 1 जुलाई को देश के महान डॉक्टर और भारत रत्न से सम्मानित डॉ बिधान चंद्र राय की जयंती और पुण्यतिथि के अवसर पर डॉक्टर डे को मनाया जाता है.

Intro:एक तरफ 1 जुलाई को पूरे देश में डॉक्टर्स डे मनाया जा रहा है वहीं रिम्स के कुछ डॉक्टरों ने डॉक्टर्स डे मनाने का विरोध किया है।

डॉक्टर्स डे पर रिम्स के जूनियर डॉक्टर नहीं मनाएंगे डॉक्टर्स डे, डॉक्टर साहब अपनी सुरक्षा सहित अन्य मांगों को लेकर डॉक्टर्स डे को "प्रोटेस्ट डे" के रूप में मनाने को हो गए हैं विवश।

Body:रिम्स के जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ अजीत बताते हैं कि प्रत्येक वर्ष डॉक्टर्स डे पर रिम्स के जूनियर डॉक्टरों के द्वारा रक्तदान शिविर, गरीबों के बीच दान एवं लोगों के लिए उत्कृष्ट कार्य करके रिम्स के जूनियर डॉक्टर समाज में डॉक्टरों के महत्व और उनके योगदान पर चर्चा करते थे, लेकिन पिछले कुछ महीनों में समाज और सरकार के द्वारा झारखण्ड में डॉक्टरों के साथ किए जा रहे व्यवहार से रुष्ट होकर हम डॉक्टर्स डॉक्टर डे को "प्रोटेस्ट डे" के रूप में मनाने को विवश हो गए हैं।

जिस प्रकार से आए दिन डॉक्टरों पर हमले हो रहे हैं और रांची में भी पिछले दिन रिन्ची अस्पताल में परिजनों के द्वारा डॉक्टर ए के सिंह के साथ जिस प्रकार निर्ममता पूर्वक मारपीट किए गए हैं इससे हम डॉक्टर खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।

वहीं उन्होंने डॉक्टरों को दी जाने वाली सुविधा एनपीए/सीपीए पर सरकार के सुस्त रवैया को लेकर भी नाराजगी जाहिर की।

रिम्स में डॉक्टरों की कमी को लेकर कार्यरत डॉक्टर के द्वारा ओवरटाइम काम किए जा रहे हैं उसके बावजूद भी डॉक्टरो पर काम नहीं करने के आरोप लगाए जाते हैं जिससे डॉक्टर समुदाय में नाराजगी है।

जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ अजीत ने बताया कि पिछले दिनों जिस प्रकार गलत आरोप में प्रशासन द्वारा डॉ सीमा मोदी को जेल में बंद रखा गया है, इससे यह स्पष्ट होता है कि हम डॉक्टरों के मौलिक अधिकारों का भी हनन हो रहा है, जिस वजह से भी हम जूनियर डॉक्टर डॉक्टर्स डे को मनाने के खिलाफ हो गए हैं।

Conclusion:आपको बता दें कि प्रत्येक वर्ष 1 जुलाई को देश के महान डॉक्टर और भारत रत्न से सम्मानित डॉ बिधान चंद्र राय की जयंती और पुण्यतिथि के अवसर पर डॉ डे को मनाया जाता है।

जिसमें समाज के प्रबुद्ध लोगों के द्वारा डॉक्टर्स को धन्यवाद, तोहफा और सम्मान देकर उन्हें डॉक्टर्स डे की शुभकामनाएं दी जाती है।

मेडिकल कॉलेज में मेडिकल के छात्रों को प्रोत्साहन और मरीजों की सेवा करने के प्रति बढ़ावा देने के लिए कई कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाता है।
लेकिन इस बार बंगाल और देश के अन्य प्रांतों में डॉक्टरों के साथ हो रहे हमले को लेकर रिम्स के जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए डॉक्टर्स डे नहीं मना रहे हैं।
बाइट- डॉ अजीत कुमार,अध्यक्ष,जेडीए।
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