रांची: छोटानागपुर संस्कृति संगीत की स्थापना सन 1968 में झारखंड की सामाजिक सांस्कृतिक अस्मिता की रक्षा एवं यहां के लोक संस्कृति को बचाने के लिए हुई थी. स्थापना दिवस के 50 वर्ष पूरे होने पर हरमू मैदान में धूमधाम से स्वर्ण जयंती समारोह मनाया गया. समारोह के मुख्य अतिथि मंत्री अमर कुमार बाउरी, सांसद संजय सेठ थे.
इस अवसर पर प्रख्यात साहित्यकार और लेखक डॉक्टर बीपी केसरी स्मृति विशेषांक 'डहर' का विमोचन किया गया. इस मौके पर संस्था की महिला इकाई 'मिसी' के सफरनामा का भी विमोचन किया गया. साहित्य संस्कृति और कला के क्षेत्र में विशेष योगदान देने के लिए 35 लोगों का स्वर्ण सम्मान से सम्मानित किया गया. रांची सांसद संजय सेठ ने कहा कि हमारे कलाकार झारखंड और यहां की संस्कृति की सेवा वर्षों से कर रहे हैं. 1968 से लेकर अब तक का सफर महत्वपूर्ण रहा है. संस्थाएं बनती है और बंद भी होती है, लेकिन आज छोटानागपुर संस्कृति संघ अपनी स्वर्ण जयंती मना रही है.
वहीं मुख्य अतिथि मंत्री अमर कुमार बाउरी ने कहा छोटा नागपुरी संस्कृति संघ के स्वर्ण जयंती के अवसर पर सभी को बधाई. संघ ने झारखंड की संस्कृति को दुनिया के सामने पहुंचाने का काम किया है. अभी भी देश दुनिया में एक भ्रम है कि झारखंड में शिवाय जंगल के कुछ नहीं है उस भरम को तोड़ने का काम संघ से जुड़े कलाकारों साहित्यकारों ने किया है. कार्यक्रम में पद्मश्री से सम्मानित सिमन उरांव, पद्मश्री मुकुंद नायक और डॉक्टर महुआ मांजी उपस्थित थी.