बोकारोः चंदनकियारी विधानसभा क्षेत्र के बिजुलिया हाई स्कूल में भाजपा के आमलाबाद मंडल और बिजुलिया मंडल के कार्यकर्ताओं की एक बैठक आयोजित की गई. इस दौरान 7 मार्च को वेदांता इलेक्ट्रोस्टील के खिलाफ होने वाली विशाल जन आंदोलन की तैयारी पर चर्चा की गई. इस दौरान मुख्य रूप से चंदनकियारी विधायक सह पूर्व मंत्री अमर कुमार बाउरी उपस्थित रहे.
इसे भी पढ़ें- पूर्व मंत्री अमर कुमार बाउरी ने हेमंत सरकार पर साधा निशाना, कहा- एक साल में सिर्फ महिलाओं पर हुआ अत्याचार
यूनियन को मान्यता देने की मांग
विधायक अमर कुमार बाउरी ने कहा कि चंदनकियारी के सियालजोरी स्थित वेदांता इलेक्ट्रोस्टील कंपनी अन्याय, अत्याचार और दमनकारी नीति पर उतर आई हैं. स्थापना के इतने दिनों के बाद भी क्षेत्र का समुचित विकास नहीं हो पाया हैं. कंपनी दमनकारी नीति अपनाकर मजदूरों का शोषण कर रही हैं, जिसका विरोध करने पर कार्यरत मजदूरों को कार्य से बाहर निकाल देती हैं. इन सब समस्याओं के निदान के लिए यूनियन का गठन होना आवश्यक है, लेकिन इस कंपनी ने स्थापनाकाल से अब तक यूनियन को मान्यता नहीं दी हैं, अब ऐसा नहीं चलेगा, अब वेदांता इलेक्ट्रोस्टील कंपनी को यूनियन की मान्यता देने होगी.
फर्जी जनसुनवाई कर कंपनी का विस्तारीकरण
विधायक अमर कुमार बाउरी ने कहा कि बीते 16 दिसंबर को कंपनी फर्जी जनसुनवाई कर कंपनी का विस्तारीकरण करना चाह रही है. तब से लेकर आज तक उस फर्जी जनसुनवाई का विरोध कर रैयत, मजदूर और आमजनों के कानूनी अधिकार के तहत नियमानुसार जनसुनवाई करने की मांग करते आ रहे हैं. जब तक न्यायसंगत जनसुनवाई नहीं करते तब तक किसी भी हाल में कंपनी का विस्तार नहीं होने दिया जाएगा. भाजपा विस्तारीकरण का विरोध नहीं करती हैं, कंपनी कुछ चुनिंदा बिचौलियों को लेकर बंद कमरे में हुई जनसुनवाई को अमलीजामा पहनाने की सोच को भूल जाए.
वेदांता इलेक्ट्रोस्टील के खिलाफ विशाल जन आंदोलन
विधायक अमर कुमार बाउरी ने पूर्व जनप्रतिनिधियों पर हमला करते हुए कहा कि ऐसा क्या दबाव हैं कि कंपनी के वादाखिलाफी, गुंडागर्दी और फर्जी जनसुनवाई पर एक शब्द नहीं निकल रहा है, ऐसी क्या डील हुई है कि जनता के मुद्दा को भटकाकर और समस्या को दरकिनार कर दूसरी बातों की राजनीति करने में व्यस्त हैं. उन्होंने कहा कि बीते दिनों कंपनी के गुंडों की ओर से जिस प्रकार वहां के लोगों की आस्था पर चोट पंहुचाते हुए धार्मिक स्थल को तोड़ा गया हैं, उससे उस क्षेत्र के लोग आहत हैं. इसके लिए पहली बार कंपनी पर एफआईआर दर्ज हुई है. इन सारी समस्याओं को लेकर आगामी 7 मार्च को वेदांता इलेक्ट्रोस्टील के खिलाफ विशाल जन आंदोलन होगा.