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किडनी रोग से ग्रसित मेधावी छात्र का उपचार शुरु, इंटक महासचिव अनूप सिंह की सार्थक पहल

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Published : Sep 25, 2020, 6:50 PM IST

मैट्रिक में 98% अंक लाने वाले निकित की दोनों किडनी खराब हो चुकी हैं. छात्र किडनी की समस्या से पीड़ित होकर लंबे समय से किडनी ट्रांसप्लांट के इंतजार में था. इस छात्र के इलाज का पूरा खर्च अब सरकार उठायेगी. इस संबंध में इंटक महासचिव अनूप सिंह ने विशेष पहल की थी.

मेधावी छात्र
मेधावी छात्र

बोकारो: इंटक महासचिव अनूप सिंह की पहल पर स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री बन्ना गुप्ता ने किडनी रोग से पीड़ित मेधावी छात्र को मेडिका में भर्ती कराया. मैट्रिक में 98% अंक लाने वाले इस छात्र की दोनों किडनी खराब हो गयी हैं. इस छात्र के इलाज का पूरा खर्च अब सरकार उठायेगी. किडनी रोग से ग्रसित झारखंड के एक मेधावी छात्र के लिए राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता फरिश्ता बन गए. सूबे का एक मेधावी छात्र किडनी की समस्या से पीड़ित होकर लंबे समय से किडनी ट्रांसप्लांट के इंतजार में था.

इसी साल मैट्रिक की परीक्षा में बेरमो स्थित बीआरएल डीएवी, भंडारीदह से पढ़ाई कर 97.8 प्रतिशत अंक लाकर अपने माता-पिता का नाम रोशन करने वाले 16 वर्षीय निकित निश्चल की दोनों किडनी खराब हो चुकी हैं.

बोकारो जिले में दो बार डायलिसिस करने के बाद उसे बेहतर इलाज के लिए इंटक महासचिव अनूप सिंह अपने साथ रांची ले गये, जहां स्वास्थ्य मंत्री ने पहुंचकर मामले में डॉक्टर से बात की. आर्थिक रूप से कमजोर परिवार मदद के लिए दर-दर गुहार लगा रहा था. मामले की सूचना मिलते ही बेरमो विधायक रहे स्वर्गीय राजेंद्र प्रसाद के बेटे व इंटक के महासचिव अनूप सिंह ने स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराया.

इसके बाद आज मंत्री बन्ना गुप्ता ने मरीज को मेडिका अस्पताल में भर्ती कराया. मंत्री बन्ना गुप्ता खुद भी मेडिका की जांच लैब पहुंचे और बच्चे व उसके माता पिता से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने अस्पताल प्रबंधन को मरीज के बेहतर इलाज से संबंधित दिशा-निर्देश दिए.

बन्ना गुप्ता ने कहा कि 16 वर्षीय निकित एक मेधावी छात्र है. इसकी दोनों किडनी पूरी तरह खराब हो चुकी है. इलाज से लेकर किडनी ट्रांसप्लांट तक का पूरा खर्च स्वास्थ्य विभाग उठाएगा. जितना हो सकेगा, उतना सरकारी लाभ भी दिया जाएगा. बन्ना गुप्ता ने अस्पताल प्रबंधन को निर्देश दिया है कि इलाज में किसी भी तरह की कोताही ना बरती जाए.

किडनी देने के लिए माता-पिता तैयार

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मेडिका के जनसंपर्क अधिकारी आनंद श्रीवास्तव ने बताया कि नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ ए के वैद्य की देखरेख में निकित निश्चल का किडनी ट्रांसप्लांट किया जाएगा. उन्होंने बताया कि किडनी डोनर को लेकर परेशानी थी, लेकिन उसके माता-पिता ही किडनी डोनेट करने के लिए तैयार हैं.

जांच समेत अन्य प्रक्रिया पूरी होने के बाद जिसकी किडनी मैच होगी, उनकी किडनी बच्चे में ट्रांसप्लांट की जाएगी. स्वास्थ्य मंत्री की पहल के बाद मेडिका अस्पताल में निकित का इलाज शुरू कर दिया गया है. इस दौरान मेडिका अस्पताल के वाइस प्रेसिडेंट अनिल कुमार भी मौजूद रहे. सरकार की इस पहल पर आम लोगों में काफी खुशी है.

यह भी पढ़ेंः किडनी रोग पीड़ित मेधावी छात्र से मिले स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, बोले-सरकार उठाएगी इलाज का खर्च

मैट्रिक परीक्षा में 98% लाने वाले छात्र निकित किडनी फेल होने की सूचना मिलने के बाद स्वास्थ्य मंत्री खुद बच्चे से मिलने मेडिका डायग्नोसिस सेंटर पहुंचे. उन्होंने कहा बच्चे के इलाज में जो भी खर्च होगा उस खर्च का इंतजाम राज्य सरकार की तरफ से ही किया जाएगा.

बोकारो: इंटक महासचिव अनूप सिंह की पहल पर स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री बन्ना गुप्ता ने किडनी रोग से पीड़ित मेधावी छात्र को मेडिका में भर्ती कराया. मैट्रिक में 98% अंक लाने वाले इस छात्र की दोनों किडनी खराब हो गयी हैं. इस छात्र के इलाज का पूरा खर्च अब सरकार उठायेगी. किडनी रोग से ग्रसित झारखंड के एक मेधावी छात्र के लिए राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता फरिश्ता बन गए. सूबे का एक मेधावी छात्र किडनी की समस्या से पीड़ित होकर लंबे समय से किडनी ट्रांसप्लांट के इंतजार में था.

इसी साल मैट्रिक की परीक्षा में बेरमो स्थित बीआरएल डीएवी, भंडारीदह से पढ़ाई कर 97.8 प्रतिशत अंक लाकर अपने माता-पिता का नाम रोशन करने वाले 16 वर्षीय निकित निश्चल की दोनों किडनी खराब हो चुकी हैं.

बोकारो जिले में दो बार डायलिसिस करने के बाद उसे बेहतर इलाज के लिए इंटक महासचिव अनूप सिंह अपने साथ रांची ले गये, जहां स्वास्थ्य मंत्री ने पहुंचकर मामले में डॉक्टर से बात की. आर्थिक रूप से कमजोर परिवार मदद के लिए दर-दर गुहार लगा रहा था. मामले की सूचना मिलते ही बेरमो विधायक रहे स्वर्गीय राजेंद्र प्रसाद के बेटे व इंटक के महासचिव अनूप सिंह ने स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराया.

इसके बाद आज मंत्री बन्ना गुप्ता ने मरीज को मेडिका अस्पताल में भर्ती कराया. मंत्री बन्ना गुप्ता खुद भी मेडिका की जांच लैब पहुंचे और बच्चे व उसके माता पिता से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने अस्पताल प्रबंधन को मरीज के बेहतर इलाज से संबंधित दिशा-निर्देश दिए.

बन्ना गुप्ता ने कहा कि 16 वर्षीय निकित एक मेधावी छात्र है. इसकी दोनों किडनी पूरी तरह खराब हो चुकी है. इलाज से लेकर किडनी ट्रांसप्लांट तक का पूरा खर्च स्वास्थ्य विभाग उठाएगा. जितना हो सकेगा, उतना सरकारी लाभ भी दिया जाएगा. बन्ना गुप्ता ने अस्पताल प्रबंधन को निर्देश दिया है कि इलाज में किसी भी तरह की कोताही ना बरती जाए.

किडनी देने के लिए माता-पिता तैयार

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मेडिका के जनसंपर्क अधिकारी आनंद श्रीवास्तव ने बताया कि नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ ए के वैद्य की देखरेख में निकित निश्चल का किडनी ट्रांसप्लांट किया जाएगा. उन्होंने बताया कि किडनी डोनर को लेकर परेशानी थी, लेकिन उसके माता-पिता ही किडनी डोनेट करने के लिए तैयार हैं.

जांच समेत अन्य प्रक्रिया पूरी होने के बाद जिसकी किडनी मैच होगी, उनकी किडनी बच्चे में ट्रांसप्लांट की जाएगी. स्वास्थ्य मंत्री की पहल के बाद मेडिका अस्पताल में निकित का इलाज शुरू कर दिया गया है. इस दौरान मेडिका अस्पताल के वाइस प्रेसिडेंट अनिल कुमार भी मौजूद रहे. सरकार की इस पहल पर आम लोगों में काफी खुशी है.

यह भी पढ़ेंः किडनी रोग पीड़ित मेधावी छात्र से मिले स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, बोले-सरकार उठाएगी इलाज का खर्च

मैट्रिक परीक्षा में 98% लाने वाले छात्र निकित किडनी फेल होने की सूचना मिलने के बाद स्वास्थ्य मंत्री खुद बच्चे से मिलने मेडिका डायग्नोसिस सेंटर पहुंचे. उन्होंने कहा बच्चे के इलाज में जो भी खर्च होगा उस खर्च का इंतजाम राज्य सरकार की तरफ से ही किया जाएगा.

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