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नक्सलियों से पूछताछ के लिए बनेगी इंट्रोगेशन सेल, सीआरपीएफ के पिकेट में भी बनेगा इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट सेंटर

चाईबासा में नक्सलियों से सूचना प्राप्ती को लेकर ज्वाइंट इंट्रोगेशन सेल बनाया जाएगा. इस सेल के माध्यम से नक्सलियों से पूछताछ कर सूचना संकलन किया जाएगा, ताकि नक्सलियों से पूछताछ कर बेहतर सूचना प्राप्त की जा सके.

एसीए की बैठक
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Published : Aug 1, 2019, 3:15 PM IST

चाईबासा: पश्चिम सिंहभूम जिले में समर्पण किए और गिरफ्तार नक्सलियों से सूचना प्राप्त करने को लेकर जल्द ही ज्वाइंट इंट्रोगेशन सेल बनाया जाएगा, ताकि सीआरपीएफ स्पेशल ब्रांच, आईवी और जिला पुलिस के पदाधिकारी नक्सलियों से पूछताछ कर सूचना संकलन कर सकेंगे. इसके साथ ही नक्सलियों से पूछताछ कर सभी के सहयोग से एक बेहतर सूचनाएं निकाली जा सकेंगी.

देखें पूरी खबर

यह निर्णय पश्चिम सिंहभूम जिले के समाहरणालय सभागार में उपायुक्त अरवा राजकमल और पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत महाथा की अध्यक्षता मे आयोजित यूनिफाइड कमांड की बैठक में ली गई. इस बैठक में सीआरपीएफ 197, 174 और 60 के कमांडेंट के अलावा डीएफओ और अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.

पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत महाथा ने बताया कि जिस तरह जिले के सारंडा स्थित दीघा में इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट सेंटर बनाए गए हैं. उसी प्रकार सारंडा और पोड़ाहाट के बीहड़ के जंगलों में भी बनाए गए. सीआरपीएफ पिकेटो में भी इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट सेंटर बनाए जा रहे हैं, जहां प्रत्येक महीने एक विकास मेला लगाया जाएगा, ताकि ग्रामीणों को विभिन्न विकास योजनाओं की जानकारी और सरकार के सभी योजनाओं से लाभान्वित किया जा सकेगा.

ये भी पढ़ें-पलामूः BJP एसटी मोर्चा के सम्मेलन में लगे बैनर से अर्जुन मुंडा की तस्वीर गायब

इंद्रजीत महाथा ने बताया कि इसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में आधारभूत संरचना की कमी और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में महत्वपूर्ण सड़कों को लेकर सीआरपीएफ कमांडेंट से प्रपोजल मांगा गया है, ताकि एसीए की बैठक में बेहतर तरीके से निर्णय लिया जा सके. इस बैठक में पुलिस ग्रामीणों के साथ एक बेहतर समन्वय स्थापित करने और एक संवेदनशील स्वच्छ पारदर्शी पुलिस प्रदान करने को लेकर भी बैठक में विचार-विमर्श किया गया.

चाईबासा: पश्चिम सिंहभूम जिले में समर्पण किए और गिरफ्तार नक्सलियों से सूचना प्राप्त करने को लेकर जल्द ही ज्वाइंट इंट्रोगेशन सेल बनाया जाएगा, ताकि सीआरपीएफ स्पेशल ब्रांच, आईवी और जिला पुलिस के पदाधिकारी नक्सलियों से पूछताछ कर सूचना संकलन कर सकेंगे. इसके साथ ही नक्सलियों से पूछताछ कर सभी के सहयोग से एक बेहतर सूचनाएं निकाली जा सकेंगी.

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यह निर्णय पश्चिम सिंहभूम जिले के समाहरणालय सभागार में उपायुक्त अरवा राजकमल और पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत महाथा की अध्यक्षता मे आयोजित यूनिफाइड कमांड की बैठक में ली गई. इस बैठक में सीआरपीएफ 197, 174 और 60 के कमांडेंट के अलावा डीएफओ और अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.

पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत महाथा ने बताया कि जिस तरह जिले के सारंडा स्थित दीघा में इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट सेंटर बनाए गए हैं. उसी प्रकार सारंडा और पोड़ाहाट के बीहड़ के जंगलों में भी बनाए गए. सीआरपीएफ पिकेटो में भी इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट सेंटर बनाए जा रहे हैं, जहां प्रत्येक महीने एक विकास मेला लगाया जाएगा, ताकि ग्रामीणों को विभिन्न विकास योजनाओं की जानकारी और सरकार के सभी योजनाओं से लाभान्वित किया जा सकेगा.

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इंद्रजीत महाथा ने बताया कि इसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में आधारभूत संरचना की कमी और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में महत्वपूर्ण सड़कों को लेकर सीआरपीएफ कमांडेंट से प्रपोजल मांगा गया है, ताकि एसीए की बैठक में बेहतर तरीके से निर्णय लिया जा सके. इस बैठक में पुलिस ग्रामीणों के साथ एक बेहतर समन्वय स्थापित करने और एक संवेदनशील स्वच्छ पारदर्शी पुलिस प्रदान करने को लेकर भी बैठक में विचार-विमर्श किया गया.

Intro:चाईबासा। पश्चिम सिंहभूम जिले में हाथ में समर्पण एवं गिरफ्तार नक्सलियों से ज्यादा से ज्यादा सूचनाएं प्राप्त करने को लेकर जल्द ही ज्वाइंट इंटेरोगेशन सेल बनाया जाएगा। जिससे सीआरपीएफ स्पेशल ब्रांच आईवी एवं जिला पुलिस के पदाधिकारियों द्वारा नक्सलियों से पूछताछ कर ज्यादा से ज्यादा सूचना संकलन कर सकेंगे इसके साथ ही नक्सलियों से पूछताछ कर सभी के सहयोग से एक बेहतर सूचनाएं निकाली जा सकेंगी।


Body:यह निर्णय पश्चिम सिंहभूम जिले के समाहरणालय सभागार में उपायुक्त अरवा राजकमल एवं पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत महाथा की अध्यक्षता मे आयोजित यूनिफाइड कमांड की बैठक में ली गई। इस बैठक में सीआरपीएफ 197,174 एवं 60 के कमांडेंट के अलावा डीएफओ एवं अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।

पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत महाथा ने बताया कि इसके अलावा जिले के सारंडा स्थित दीघा में इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट सेंटर बनाए गए हैं उसी प्रकार सारंडा एवं पोड़ाहाट के बीहड़ जंगलों में बनाए गए। सीआरपीएफ पिकेटो में भी इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट सेंटर बनाए जा रहे हैं। जहां पर प्रत्येक माह एक विकास मेला लगाया जाएगा। साथ ही ग्रामीणों को विभिन्न विकास योजनाओं की जानकारी एवं उन्हें सरकार की सभी योजनाओं से लाभान्वित किया जा सकेगा।

उन्होंने बताया कि इसके साथ ही साथ ग्रामीणों क्षेत्रों में आधारभूत संरचना की कमी और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में महत्वपूर्ण सड़कों को लेकर प्रपोजल सीआरपीएफ कमांडेंट के द्वारा मांगा गया है ताकि एसीए की बैठक में बेहतर तरीके से निर्णय लिया जा सके।

पुलिस ग्रामीणों के साथ एक बेहतर समन्वय स्थापित करना और एक संवेदनशील स्वच्छ पारदर्शी पुलिस प्रदान करने को लेकर भी बैठक में विचार-विमर्श किया गया।


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