बोकारो: मेडिकल कॉलेज की मंजूरी मिलने के बाद श्रेय लेने की होड़ मच गयी है. बीजेपी, जेएमएम और कांग्रेस इसे अपनी उपलब्धि बताने में जुटे हैं. मेडिकल कॉलेज किसकी देन है, इसे लेकर लड़ाई शुरू हो गयी है. एक ओर जहां बोकारो के भाजपा विधायक बिरंची नारायण ने इसे अपनी उपलब्धि बताते हुए सरकार को बधाई दी. उधर, जेएमएम और कांग्रेस ने कहा है कि यह इस राज्य सरकार की बेहतर सोच का नतीजा है?
'केंद्र सरकार की पहल पर मिली जमीन': बीजेपी विधायक बिरंची नारायण ने कहा कि भारत सरकार की पहल पर हमें मेडिकल कॉलेज के लिए जमीन मिली है. साथ ही विधानसभा में लगातार सवाल उठने के कारण यह मेडिकल कॉलेज धरातल पर उतर रहा है. इस दौरान कांग्रेस के प्रदेश सचिव मनोज कुमार ने कहा कि राज्य में पिछले 18 साल से बीजेपी की सरकार है और केंद्र में सत्ता में रहने के बाद भी बीजेपी ने कभी मेडिकल कॉलेज का सपना नहीं देखा. यह मुख्यमंत्री और हमारे प्रदेश अध्यक्ष की बेहतर सोच का नतीजा है. क्योंकि मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष दोनों ही बोकारो के हैं.
689 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा मेडिकल कॉलेज: बता दें कि हेमंत सोरेन की सरकार ने बोकारो में स्वर्गीय जगरनाथ महतो के नाम पर 500 बेड का मेडिकल कॉलेज बनाने की कैबिनेट से मंजूरी दे दी है. यह अस्पताल सेक्टर 12 फोरलेन के पास बनाया जाएगा. राज्य सरकार ने इसके लिए धनराशि भी स्वीकृत कर दी है. यह मेडिकल कॉलेज 689 करोड़ रुपये की लागत से बोकारो में बनाया जायेगा.
इधर, झारखंड मुक्ति मोर्चा के जिला अध्यक्ष हीरालाल मांझी ने कहा कि पिछले 18 वर्षों से राज्य में भाजपा की सरकार थी, कोशिश करने के बाद भी काम नहीं हुआ और हेमंत सोरेन की सरकार ने महज 4 वर्षों में ही इसे धरातल पर पहुंचाने का काम किया. यह पूरी तरह से सरकार की एक उपलब्धि है.
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