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बोकारोः डॉक्टरों ने दिया मानवता का परिचय, कोरोना संक्रमित महिला का कराया प्रसव

बोकारो में एक कोरोना संक्रमित महिला ने साढ़े तीन किलोग्राम बच्चे को जन्म दिया है. जन्म के बाद दोनों पूरी तरह स्वस्थ है. कोरोना संक्रमित होने की वजह से महिला को किसी निजी नर्सिंग होम ने भर्ती नहीं किया. जिसके बाद सदर अस्पताल में महिला का प्रसव कराया गया.

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सदर अस्पताल
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Published : May 10, 2021, 2:13 PM IST

बोकारोः कोरोना संकट में डॉक्टर मसीहा बनकर कार्य कर रहे हैं. डॉक्टर और पैरा मेडिकल स्टाफ दिन रात कोरोनो मरीजों की सेवा कर रहे हैं. जिले में डॉक्टर मसीहा बनकर सामने आए हैं. दरअसल यहां एक कोरोना संक्रमित गर्भवती महिला का सदर अस्पताल में डॉक्टरों ने सुरक्षित प्रसव कराया.

देखें पूरी खबर

कोरोना संक्रमित महिला ने साढ़े तीन किलोग्राम वजन के स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया है. जन्म के बाद दोनों पूरी तरह से स्वस्थ बताए जा रहे है. सदर अस्पताल के चिकित्सकों और कर्मियों ने कोरोना संक्रमित महिला का प्रसव कराकर मानवता का परिचय दिया.

इसे भी पढ़ें- कोरोना काल में गर्भवती महिलाएं खुद को कैसे रखें सुरक्षित, पढ़ें यह खास रिपोर्ट


निजी नर्सिंग होम ने नहीं किया एडमिट
बेरमो स्थित संडेबाजार निवासी कोरोना संक्रमित गर्भवती महिला काजल देवी को निजी नर्सिंग होम ने पॉजिटिव होने के कारण एडमिट नहीं किया. इसके बाद महिला को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां उपाधीक्षक डॉ. एनपी सिंह और अस्पताल प्रबंधक पवन कुमार की अगुवाई में तुरंत निजी प्रैक्टिस करने वाली व कोरोना संक्रमित डॉ. निरुपमा सिंह से महिला का प्रसव कराया. काजल देवी ने बताया कि उसे किसी भी निजी नर्सिंग होम में एडमिट नहीं किया गया लेकिन जिस तरह से सदर अस्पताल के चिकित्सकों ने उसका प्रसव कराया वह उससे काफी खुश है.

चिकित्सकों को करनी चाहिए ऐसी सेवा
सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉक्टर एनपी सिंह ने बताया कि सदर अस्पताल में दो महिला चिकित्सक पदस्थ हैं, लेकिन दोनों ही अस्पताल आने में असमर्थ थीं. उसके बाद उन्होंने आईएमए के अध्यक्ष से संपर्क कर अपनी बातों को रखा और उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमित डॉ निरूपमा सिंह से संपर्क किया जा सकता है. डॉ सिंह ने बताया कि डॉ निरुपमा सिंह और अस्पताल के सभी कर्मियों के सहयोग से जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं. उन्होंने कहा कि इस मुश्किल घड़ी में सभी चिकित्सकों को इस तरह की सेवा करनी चाहिए.

बोकारोः कोरोना संकट में डॉक्टर मसीहा बनकर कार्य कर रहे हैं. डॉक्टर और पैरा मेडिकल स्टाफ दिन रात कोरोनो मरीजों की सेवा कर रहे हैं. जिले में डॉक्टर मसीहा बनकर सामने आए हैं. दरअसल यहां एक कोरोना संक्रमित गर्भवती महिला का सदर अस्पताल में डॉक्टरों ने सुरक्षित प्रसव कराया.

देखें पूरी खबर

कोरोना संक्रमित महिला ने साढ़े तीन किलोग्राम वजन के स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया है. जन्म के बाद दोनों पूरी तरह से स्वस्थ बताए जा रहे है. सदर अस्पताल के चिकित्सकों और कर्मियों ने कोरोना संक्रमित महिला का प्रसव कराकर मानवता का परिचय दिया.

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निजी नर्सिंग होम ने नहीं किया एडमिट
बेरमो स्थित संडेबाजार निवासी कोरोना संक्रमित गर्भवती महिला काजल देवी को निजी नर्सिंग होम ने पॉजिटिव होने के कारण एडमिट नहीं किया. इसके बाद महिला को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां उपाधीक्षक डॉ. एनपी सिंह और अस्पताल प्रबंधक पवन कुमार की अगुवाई में तुरंत निजी प्रैक्टिस करने वाली व कोरोना संक्रमित डॉ. निरुपमा सिंह से महिला का प्रसव कराया. काजल देवी ने बताया कि उसे किसी भी निजी नर्सिंग होम में एडमिट नहीं किया गया लेकिन जिस तरह से सदर अस्पताल के चिकित्सकों ने उसका प्रसव कराया वह उससे काफी खुश है.

चिकित्सकों को करनी चाहिए ऐसी सेवा
सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉक्टर एनपी सिंह ने बताया कि सदर अस्पताल में दो महिला चिकित्सक पदस्थ हैं, लेकिन दोनों ही अस्पताल आने में असमर्थ थीं. उसके बाद उन्होंने आईएमए के अध्यक्ष से संपर्क कर अपनी बातों को रखा और उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमित डॉ निरूपमा सिंह से संपर्क किया जा सकता है. डॉ सिंह ने बताया कि डॉ निरुपमा सिंह और अस्पताल के सभी कर्मियों के सहयोग से जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं. उन्होंने कहा कि इस मुश्किल घड़ी में सभी चिकित्सकों को इस तरह की सेवा करनी चाहिए.

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