बोकारो: बोकारो में बैंक अधिकारियों का अमानवीय चेहरा देखने को मिला है. एक कर्मचारी को कोरोना होने के बावजूद बैंक के अधिकारी उसे जबरन दफ्तर बुलाते थे. हालात ऐसे हो गए कि कर्मचारी ने इस्तीफा भी दे दिया लेकिन वह मंजूर नहीं हुआ. इससे परेशान कर्मचारी ऑक्सीजन सपोर्ट के साथ बैंक पहुंच गया. कर्मचारी के साथ उसका परिवार भी था. इसको लेकर परिजनों ने बैंक में जमकर हंगामा किया. जब अधिकारियों से इसको लेकर सवाल किया गया तो वे कुछ भी बोलने से बचते दिखे.
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ये शर्मनाक है...!
दरअसल, यह वाकया बोकारो के सेक्टर-4 स्थित एक सरकारी बैंक में काम करने वाले कर्मचारी अरविंद कुमार के साथ हुआ है. अरविंद कुछ दिनों पहले कोरोना से संक्रमित हो गए थे. कोरोना से ठीक होने के बाद उनके फेफड़े में संक्रमण हो गया और ऑक्सीजन सपोर्ट पर घर में ही उनका इलाज चल रहा है. अरविंद का आरोप है कि उन्हें सांस लेने में काफी दिक्कत हो रही है. इसके बावजूद उन्हें काम करने के लिए ऑफिस बुलाया जाता है. वे बैंक को लिखित आवेदन दे चुके हैं इसके बावजूद अधिकारी उन्हें परेशान करते हैं. इस्तीफा भी नामंजूर कर दिया गया. तंग आकर उन्हें बैंक आना पड़ा. बैंक के अधिकारियों से संपर्क करने की कोशिश की जा रही है. अभी उनकी प्रतिक्रिया आनी बाकी है.