बोकारो: आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के सरकारी स्कूलों के छात्र-छात्राओं के लिए मेडिकल इंजीनियरिंग और क्लैट में एडमिशन के लिए आकांक्षा प्रवेश परीक्षा आयोजित की गई है. इसके लिए बोकारो जिले में 4 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. जिसमें कुल 2291 परीक्षार्थी परीक्षा में भाग ले रहे हैं. इसमें मेडिकल के लिए 931, इंजीनियरिंग के लिए 1223 और क्लैट के लिए 137 परीक्षार्थी शामिल हुए हैं. रामरूद्र प्लस टू हाई स्कूल, चास में 723, राजकीयकृत हाई स्कूल लकड़ाखंदा में 523, प्रोजेक्ट गर्ल्स हाई स्कूल चास में 323 और वीकेएम इंटर कॉलेज में 722 परीक्षार्थी परीक्षा दे रहे हैं.
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डीईओ जगरनाथ लोहारा ने बताया कि परीक्षा के संबंध में सभी केंद्राधीक्षक को आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया है. अभी इंटर और मैट्रिक की परीक्षा भी चल रही है. इसी दौरान रविवार को आकांक्षा प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया गया है. इसलिए परीक्षा लेने में किसी प्रकार की कोई कठिनाई नहीं हो रही है. सभी जगह पर्याप्त संख्या में वीक्षक आदि मौजूद हैं.
क्या है आकांक्षा: आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के स्टूडेंट्स के लिए मेडिकल-इंजीनयिरिंग संस्थानों में एडमिशन की तैयारी के लिए सरकार द्वारा आकांक्षा कोचिंग शुरू की गई है. इसमें प्रवेश परीक्षा के आधार पर राज्य और जिला स्तर पर 40-40 स्टूडेंट्स का एडमिशन लिया जाता है. प्रवेश परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करने वाले को राज्यस्तरीय कोचिंग में दाखिला मिलता है. इसका संचालन रांची के बरियातू में होता है. रहने और खाने की व्यवस्था भी सरकार द्वारा की जाती है. इसके अलावा प्रत्येक जिला में मेडिकल-इंजीनियरिंग की तैयारी के लिए 40-40 स्टूडेंट्स का एडमिशन लिया जाता है.