बोकारो: झारखंड के कई जिलों में बर्ड फ्लू ने पशुपालन विभाग की चिंता बढ़ा दी है. बोकारो और धनबाद में इसके बढ़ते मामले को देखते हुए अलर्ट जारी कर दिया गया है. बोकारों में चंद दिनों में ही लगभग 700 मुर्गियों की मौत हो चुकी है. वहीं लगभग 230 मुर्गियों को बुधवार को केंद्रीय टीम आने के बाद मार दिया जाएगा.
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बुधवार को केंद्रीय टीम बोकारो पहुंचेगी और जांच करेगी. पशुपालन विभाग ने बोकारो के अलावा अन्य सभी जिलों के डीसी को अलर्ट कर दिया है. जिला प्रशासन के सूत्रों के अनुसार धनबाद, गिरिडीह और आसपास के जिलों में विशेष सतर्कता बरतने और आवश्यकता के अनुसार सैंपलिंग कराने का निर्देश विभाग ने जारी किया है. धनबाद जिला पशुपालन पदाधिकारी प्रवीण कुमार ने बताया कि जिला के हर मुर्गी फॉर्म के सैंपल इकठ्ठा करने की जिम्मेदारी पशु चिकित्सकों को दी गई है.
चिकन बेचने पर लगी है रोक: मालूम हो कि बोकारो स्थित सरकारी फार्म में लगभग 925 मुर्गियां थी, जिसमें अब तक करीब 700 मुर्गियां मर चुकी हैं. बोकारो डीसी कुलदीप चौधरी ने मंगलवार को एडवाइजरी जारी करते हुए सेक्टर 12 स्थित राजकीय कुक्कुट पर क्षेत्र के 10 किलोमीटर के इलाके में मुर्गी-बत्तख बिक्री पर रोक लगा दी है. इसके लिए संबंधित क्षेत्र के एसडीओ और पुलिस पदाधिकारी को मुर्गे की बिक्री पर रोक लगाने के लिए आवश्यक कदम उठाने को कहा है. वहीं उन्होंने लोगों से चिकन खाने से परहेज करने की अपील की है. हालांकि, अब तक राज्य में सिर्फ बोकारो में ही बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है. अभी तक किसी निजी मुर्गी फार्म में इतनी तादाद में मुर्गियों के मरने की खबर नहीं मिली है. बोकारो से सटे अन्य जिलों जैसे धनबाद, गिरिडीह में बर्ड फ्लू को लेकर बुधवार को सैंपल लिए जाएंगे, तब वहां की स्थिति का पता चलेगा.
बुधवार से शुरू हो जायेगा सैंपलिंग: बोकारो डीसी कुलदीप चौधरी ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की ओर से जारी एसओपी का पालन किया जाएगा. इसका निर्देश दिया जा चुका है. बुधवार से प्रभावित इलाके के आलावा सभी प्रखंड में स्थित पोल्ट्री फॉर्म की जांच करने का निर्देश दिया गया है. उन्होंने बताया कि प्रखंड के बड़े पोल्ट्री फॉर्म से नमूने लिए जाएंगे और इसे प्रयोगशाला भेजा जाएगा. इस काम के लिए एक टीम भी बनाई गई है.