खूंटीः जिले में रविवार को पहली ईस्ट जॉन जूनियर हॉकी टूर्नामेंट का फाइनल मैच खेला गया. फाइनल मैच में झारखंड के खेल मंत्री हफीजुल हसन अंसारी ने शिरकत की. खेल खत्म होने के बाद उन्होंने विजेता टीम के खिलाड़ियों को ट्रॉफी देकर सम्मानित किया. फाइनल मैच के दौरान बारिश ने भी मैच को रोमांचक बना दिया था. आखिरकार फाइनल मैच के खिताब पर झारखंड ने कब्जा जमा लिया. बताते चलें कि 19 मार्च से आयोजित टूर्नामेंट में कुल 11 टीमें शामिल थीं. वहीं बारिश के बावजूद खिलाड़यों का हौसला बढ़ाने के लिए खेल मंत्री हफीजुल हसन अंसारी पहुंचे थे.
बालिक वर्ग के फाइनल में झारखंड ने मिजोरम की टीम को हरायाःबताते चलें कि बालिका वर्ग का फाइनल मैच झारखंड और मिजोरम की टीम के बीच खेला गया था. जिसमें निर्धारित समय पर झारखंड और मिजोरम बालिका टीम 2-2 का स्कोर कर बराबरी पर रही. इसके बाद पेनाल्टी शूट में झारखंड की टीम ने 4-3 से जीत हासिल की.
पेनाल्टी शूट से आया मैच का परिणामः खूंटी के डे नाईट हॉकी स्टेडियम में आयोजित पूर्वी जोन जूनियर चैंपियनशिप मैच में झारखंड इस खेल में पहले ही दो गोल दाग चुका था, लेकिन दूसरी पाली में मिजोरम झारखंड पर हावी हो गई. अंतिम एक मिनट में और एक गोल कर मिजोरम ने मैच को बराबरी पर ला कर खड़ा कर दिया. वहीं दोनों ही टीमों की बीच मैच काफी रोमांचक रहा.
बालक वर्ग में झारखंड की टीम ने ओडिशा का हरायाः झारखंड जूनियर बालक वर्ग की टीम ने ओडिशा को 3-1 से हराया. वहीं दर्शकों ने भी खिलाड़ियों का जबरदस्त उत्साह बढ़ाया. इस दौरान कई दर्शक अपने मोबाइल में हॉकी का शॉट्स रिकॉर्ड करते देखे गए.
राष्ट्रीय खिलाड़ी निक्की प्रधान भी पहुंची थीं मैच देखनेः इस मैच में टीम इंडिया महिला टीम की इंटरनेशनल खिलाड़ी निक्की प्रधान पूरे परिवार के साथ मैच देखने पहुंची थीं. वहीं झारखंड के खेल मंत्री हफीजुल हसन अंसारी, राज्य की खेल निदेशक सरोजिनी लकड़ा, डीसी शशि रंजन, एसपी अमन कुमार आदि ने पूरे परिवार के साथ मैच का आनंद उठाया. वहीं झारखंड टीम की जीत से खूंटीवासियों में गजब का उत्साह नजर आया.
खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर निक्की ने जताया हर्षः वहीं इस संबंध में मैच देखने के लिए पहुंची निक्की प्रधान ने कहा कि इस खेल में दोनों ही टीमों का अच्छा प्रदर्शन रहा. कुछ खामियां हैं, जिसको दूर करने की आवश्यकता है. लेकिन परस्पर प्रतिद्वंद्वता का प्रदर्शन से ऐसा लगा कि अनेक बच्चियां नेशनल मैच में जाने लायक हैं.
बालिका वर्ग की खिलाड़ियों में खुशी की लहरः वहीं जीत के बाद झारखंड की बालिका वर्ग टीम की तमाम खिलाड़ी भी काफी उत्साहित नजर आयीं. झारखंड की टीम की कैप्टन एडलिन बागे ने कहा कि इस खेल के लिए पूर्व से ही तैयारी कर रही थी. खेल की तैयारी के लिए टीम की कोच ने कड़ी मेहनत की. उन्होंने कहा कि पूर्व के मुकाबले में मिली सीख की बदौलत यह सफलता हासिल की है.