रांची: कोरोना का व्यापक प्रभाव मजदूरों और मालवाहक चालकों पर पड़ रहा है. पिछले 2 सालों से कोरोना की मार झेल रहे इन लोगों के सामने भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गई है. मजदूर पंडरा कृषि बाजार को सुबह 6:00 बजे से रात 10:00 बजे तक खोलने की मांग को लेकर हंगामा करने पर उतर आए हैं.
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कोरोना को लेकर पंडरा कृषि बाजार का संचालन सुबह 8:30 बजे से शाम 6:00 बजे तक करने का आदेश है. इस दौरान 4 घंटे नो एंट्री रहता है. जिसके कारण मजदूरों और मालवाहक चालकों को काम नहीं मिल पा रहा है. जिससे मजदूरों में काफी आक्रोश है. कई मालवाहक चालक लोन लेकर वाहन का संचालन कर रहे हैं. काम नहीं मिलने से उनके सामने भुखमरी की समस्या हो गई है. वहीं वाहन का लोन जमा करने में भी वाहन मालिकों को काफी परेशानी हो रही है. जिसके कारण ये सभी पहले की तरह है व्यवस्था को बहाल करने की मांग कर रहे हैं. वहीं उन्होंने जब तक बाजार का संचालन पूर्व की तरह शुरू नहीं की जाती है, तब तक माल ढुलाई का काम बंद रखने का आव्हान किया है.
पंडरा कृषि बाजार राजधानी रांची का प्रमुख बाजार है. आलू, प्याज समेत राशन के समान यहीं से शहर में एक्सपोर्ट होती है. जिससे लगभग 300 मजदूरों और मालवाहक चालकों का रोजगार चलता है. करोना काल में लॉकडाउन लगाने के बाद सभी सेक्टरों पर पाबंदी लगा दी गई. लेकिन जैसे-जैसे कोरोना का प्रभाव कम हुआ वैसे ही सभी सेक्टरों में छूट दी गई. सरकार की ओर से दिए गए छूट से मजदूरों और मालवाहक चालकों को कोई खास लाभ नहीं हो रहा है. शुक्रवार को पंडरा कृषि बाजार में मजदूरों और चालकों ने जमकर हंगामा किया. झारखंड मजदूर संघ के अध्यक्ष ललित ओझा ने कहा कि झारखंड हाई कोर्ट के आदेश पर नो एंट्री लगाई गई है. उन्होंने कहा कि नो एंट्री हटाने की मांग को लेकर जल्द ही हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया जाएगा. समय सारणी पर पाबंदी लगाए जाने से मजदूरों और मालवाहक चालकों के साथ कृषि बाजार के थोक व्यवसायियों को भी बड़ा नुकसान हो रहा है.