पटना: राजधानी में हुई भारी बारिश के बाद जलजमाव की समस्या उत्पन्न हो गई. इससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. सरकारी व्यवस्था पूरी तरह से फेल नजर आई.
कहां क्या हैं हालात जाने पूरी रिपोर्ट
कई इलाकों से पानी निकाले भी गए हैं लेकिन समस्या बरकरार है. शहर के बाईपास से सटे इलाके, राजेंद्र नगर,पाटलिपुत्र, ट्रांसपोर्ट नगर, बहादुरपुर और बाजार समिति में जलजमाव है. वहीं, कंकड़बाग के ज्यादातर इलाकों से पानी निकाला गया है लेकिन गलियों में अभी जलजमाव है.
जलजमाव से लोगों को हो रही परेशानी
इन जलजमाव वाले इलाकों में ब्लिचिंग पाउडर का छिड़काव नहीं होने से लोगों को परेशानी हो रही है. दुर्गंध से लोग परेशान हो रहे हैं. वहीं, कई तरह की बीमारियों का खतरा मंडरा रहा है.
सप्लाई वाटर अभी भी साफ नहीं
लोगों के घरों में आने वाले सप्लाई का वाटर अभी भी साफ नहीं आ रहा है. ऐसे में लोग पानी खरीदकर पीने को मजबूर हैं. ईटीवी भारत लोगों से पानी को उबाल कर पीने की अपील कर रहा है.
बढ़ा डेंगू का प्रकोप
जिले में जलजमाव के बाद लोगों की परेशानी बढ़ती ही जा रही है. डेंगू का कहर काफी बढ़ गया है. अब तक इससे पीड़ित 104 मरीज अस्पताल में भर्ती हुए हैं. वहीं, सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों की छुट्टी रद्द कर दी गई है.
राहत और बचाव कार्य में जुटा जिला प्रशासन
जलजमाव के बाद लोगों को हो रही परेशानी को दूर करने के लिए जिला प्रशासन तत्पर है. खुद जिलाधिकारी कुमार रवि लगातार राहत और बचाव कार्य में लगे हुए हैं. जलजमाव वाले इलाकों में कई जानवर मरे पड़े थे. उन्हें हटाया जा रहा है लेकिन काफी दुर्गंध आ रही है. नगर निगम शहर को स्वच्छ करने में जुटी हुई है.
कई नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी
नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी के कारण कई नदियां उफान पर है. पुनपुन नदी में आए उफान के कारण पटना- गया रेल रूट पर पानी आ गया है. इससे रेल परिचालन ठप हो गया है.
पटरी पर लौट रही जिंदगी
शारदीय नवरात्र के समय में ऐसे हालात होने के बावजूद लोगों में मां दुर्गा के प्रति काफी आस्था है. जहां-जहां जलजमाव की समस्या खत्म हो गई है. वहां पंडाल सजने लगे हैं. दुर्गा पूजा को लेकर काफी भव्य पंडाल बनाये गए हैं.