रांची: ऑफिस ऑफ प्रॉफिट (Office of Profit) मामले में निर्वाचन आयोग की सुनवाई पूरी होने के बाद झारखंड में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है. आयोग की संभावित फैसलों के मद्देनजर आज सीएम हेमंत सोरेन के आवास पर महागठबंधन दलों के विधायकों की बैठक बुलाई गई है. सीएम आवास में होने वाली इस मीटिंग को लेकर सियासी हलको में कई कयास लगाए जा रहे हैं.
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सुखाड़ को लेकर बैठक: कई तरह के सियासी संभावनाओं को लेकर लगाई जा रही अटलकल बाजी को जेएमएम ने खारिज कर दिया है. पार्टी महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य के अनुसार झारखंड में सुखाड़ (Drought in Jharkhand) की स्थिति पर चर्चा को लेकर बैठक बुलाई गई है. उन्होंने कहा की यूपीए की बैठक (UPA Meeting) को लेकर निराधार बातें फैलाई जा रही है. इसके साथ ही उन्होंने स्पीकर रबींद्र नाथ महतो के विदेश दौरे के रद्द करने के लेकर भी सफाई दी, उन्होंने कहा कि जब सूबे में सुखाड़ का संकट है ऐसे में विधानसभा अध्यक्ष जनता को अकेले छोड़कर विदेश नहीं जा सकते हैं.
सरकार गिराने की कोशिश नाकाम: सुप्रियो भट्टाचार्या ने कहा कि 29-30 दिसंबर 2019 से ही राज्य में हेमंत सोरेन की सरकार गिर जाने की बात कह रहे हैं, यहां तक कि हर विधानसभा उपचुनाव के दौरान भाजपा के नेता यही कहते रहे कि नतीजा आने दीजिए. सरकार गिर जाएगी, आखिर कितनी बार सरकार गिराएंगे ये लोग. सुप्रियो भट्टाचार्या ने कहा कि सरकार गिराने की कोशिश तो तब नाकाम हो गयी जब तीन कांग्रेसी विधायकों के पास से बड़ी रकम मिलने और इसकी तार आसाम के मुख्यमंत्री से जुड़ने की बात सामने आयी.