रांचीः केंद्रीय आम बजट 2022 फरवरी महीने में आने वाला है. ऐसे में झारखंड और खासकर राजधानी रांची के चिकित्सा समुदाय को केंद्रीय बजट से क्या उम्मीदें हैं यह जानने की कोशिश ईटीवी भारत ने की. IMA झारखंड, झारखंड स्टेट हेल्थ सर्विसेस एसोसिएशन, कोविड कार्य में लगे डॉक्टरों से जानने की कोशिश की गई कि वह कैसा बजट चाहते हैं और क्या सलाह अपनी ओर से केंद्रीय वित्त मंत्री को देंगे. पढ़ें पूरी रिपोर्ट
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झारखंड आईएमए के सचिव डॉ. प्रदीप कुमार सिंह ने आगामी केंद्रीय बजट में स्वास्थ्य सेवा के लिए किए किए जाने वाले खर्च बढ़ाने की उम्मीद जताई और कहा कि बजट की महज 1.2% राशि स्वास्थ्य पर खर्च करने से देश की स्वास्थ्य सेवाएं दुरुस्त नहीं होंगी. केंद्रीय वित्त मंत्री हेल्थ के लिए अधिक राशि बजट में रखें, जनसंख्या के अनुसार डॉक्टर और स्वास्थ्य सेवाएं हो इसकी बहुत जरूरत है. झारखंड स्टेट हेल्थ सर्विसेस एसोसिएशन के सचिव डॉ बिमलेश सिंह आगामी केंद्रीय बजट से काफी उम्मीद लगाए हुए हैं. वह कहते हैं कि उम्मीद है कि आगामी बजट डॉक्टरों और चिकित्सा जगत के हितों वाला होगा, एलोकेशन बढ़ेगा ताकि हेल्थ सेक्टर बेहतर हो सके.
रांची में कोरोना टेस्टिंग के नोडल अधिकारी डॉ. अखिलेश झा कहते हैं कि जिस तरह से पूरे कोरोना काल में देश भर के डॉक्टरों ने सेवा की है. वैसे में केंद्रीय वित्त मंत्री चिकित्साकर्मियों के लिए बजट में इंसेंटिव का प्रावधान करें तो यह वर्ग उत्साहित होगा. रांची में वैक्सीनेशन के नोडल अधिकारी डॉ शशिभूषण खलखो कहते हैं कि स्वास्थ्य सेवा में इंफ्रास्ट्रक्चर और मैन पावर बढ़ाने की जरूरत है तो ग्रासरूट लेवल पर PHC-CHC को पूर्ण रूप से क्रियाशील बनाने के लिए बजट में प्रावधान हो और राज्यों को इसके लिए राशि दी जाए. उन्होंने कहा कि डॉक्टरों को इनकम टैक्स के स्लैब में विशेष छूट मिलनी चाहिए. रांची के वरिष्ठ रेडियोलॉजिस्ट डॉ एस प्रसाद ने कहा कि केंद्रीय आम बजट में स्वास्थ्य प्राथमिकता में रहे, हेल्थ सेक्टर पर बजट बढ़े, सदर अस्पताल का अपग्रेडेशन हो और डॉक्टरों को इनकम टैक्स में राहत दी जाए.