रांची: खेलगांव एथलेटिक्स परिसर में ठहरे छत्तीसगढ़ आर्म्ड फोर्स की कंपनी कैंप सोमवार को गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठा. आर्म्ड फोर्स के एक कॉन्सटेबल ने अपने ही कंपनी कमांडर को इंसास राइफल से भून डाला. इसके बाद खुद गोली मारकर आत्महत्या कर ली. घटना सुबह 6:10 बजे की है, गोलियों की बौछार के बीच पूरे परिसर में दहशत का माहौल फैल गया.
इंसास राइफल से मारी गोली
जब तक कोई कुछ समझ पाता दोनों मौके पर ही दम तोड़ चुके थे. फिलहाल शव और घटनास्थल की युद्धस्तर पर जांच करने के बाद पोस्टमार्टम के लिए दोनों शवों को रिम्स भेज दिया गया. गोलियों की तड़तड़ाहट से सोमवार की सुबह खेलगांव स्टेडियम थर्रा उठा और इन गोलियों की तड़तड़ाहट ने दो जिंदगी छीन ली. मौत के पीछे आपसी रंजिश बताई जा रही है. ऐसा बताया जा रहा है कि छत्तीसगढ़ आर्म्ड फोर्सेज के जवान ने अपने ही कंपनी कमांडेंट को गोली मार दी. इस घटना के संबंध में यह भी कहा जा रहा है कि जवान विक्रम राजवाड़े ने कंपनी कमांडेंट मेला राम कुर्रे को अपने इंसास राइफल से ही गोली मारी और फिर खुद को भी गोली मारकर जीवनलीला समाप्त कर ली.
15-20 राउंड चली गोलियां
इस दौरान 15 राउंड गोलियां चली. घटना के दौरान कुछ जवान भी मौजूद थे और उनमें से दो जवान को भी गोली का छर्रा लगा जो मामूली रूप से घायल हैं .घटना के बाद रांची जिला पुलिस के अधिकारी और पदाधिकारी भी पहुंचे. वहीं छत्तीसगढ़ आर्म्ड फोर्सेज के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे. एफएसएल की टीम ने भी घटनास्थल पर पहुंच युद्ध स्तर पर छानबीन की.
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अनुशासनहीनता बनी वजह
घटना की जानकारी देते हुए छत्तीसगढ़ आर्म्ड फोर्सेज के कमांडेंट डीआर अंचला ने कहा कि और जवान विक्रम राजवाड़े के खिलाफ लगातार अनुशासनहीनता की शिकायत मिल रही थी. जिसके बाद उसे समझाया भी गया था, लेकिन ऐसी घटना हो जाएगी इसका अंदाजा भी नहीं था.
बता दें कि विधानसभा चुनाव को लेकर छत्तीसगढ़ आर्म्ड फोर्स की टीम झारखंड आई हुई है. पलामू में चुनाव संपन्न कराने के बाद टीम रविवार रात पहुंची थी, जिसके बाद उन्हें सोमवार की सुबह हजारीबाग के लिए रवाना होना था. लेकिन घटना की वजह से टीम फिलहाल रांची में ही रुक गई. हालांकि 3 घंटे देरी से टीम को रवाना किया गया.