रांची: जिला के चान्हो प्रखंड के सिलागाईं में चार महीने से एकलव्य आवासीय विद्यालय (Eklavya Residential School) का निर्माण कार्य चल रहा है. सोमवार को नव निर्मित बाउंड्री को आदिवासी संगठनों ने ध्वस्त कर दिया. उन्होनें वहां मौजूद तीन मिक्सर मशीन को भी आग के हवाले कर दिया. साथ ही पानी के दो टैंकर को भी पलट दिया. इससे पहले मांडर प्रखंड़ के मुड़मा जलरा स्थल से हजारों की संख्या में सरना समुदाय के लोग जमा हुए और वहां बाउंड्री को ध्वस्त करने की योजना बनाई थी.
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घटना को अंजाम देने से पहले काफी संख्या में सरना झंडा हाथ में लेकर आदिवासी संगठनों ने बाइक जुलूस निकाला. इस दौरान लोग विधायक बंधु तिर्की और केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा के खिलाफ जमकर नारे लगाए. सोमवार की सुबह जैसे ही स्थानीय प्रशासन को सरना समुदाय के लोगों के एकत्र होने की सूचना मिली थी. वैसे ही खेलारी डीएसपी अनिमेष नैथानी के नेतृत्व में चान्हो, मांडर, ठाकुर गांव और बुढ़मू की पुलिस मौके पर पहुंच गई. लेकिन इतने लोगों के सामने प्रशासन मूकदर्शक बनी रही. मामला शांत कराने में ठाक़ुर गांव थाना प्रभारी प्रमोद कुमार राय के सर में हल्की चोट भी आई है.
मूकदर्शक बनी रही पुलिस
सरना समुदाय के लोगों ने पुलिस और मीडिया दोनों को ही गलत सूचना दी थी. शुरुआत में ही पूछने पर भीड़ में शामिल एक व्यक्ति ने बताया कि यह उनका शक्ति प्रदर्शन है और वे लोग शिलागाईं होते हुए बेड़ो की ओर निकल जाएंगे. यही सूचना पुलिस के पास भी थी और इसी कारण से पुलिस कुछ देर उनका इंतजार करने के बाद वहां से चली गई थी. लेकिन भीड़ के एकलव्य विद्यालय के पास पहुंचने की सूचना पर तुरंत ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची. लेकिन बाउंड्री गिराने से आदिवासी समुदाय के लोगों को नहीं रोक सकी.
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शिलान्यास के दिन से ही विवादों में एकलव्य आवासीय विद्यालय
एकलव्य आवासीय विद्यालय शिलान्यास के दिन से ही विवादों के घेरे में रहा है. शिलान्यास के दिन ही केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा को विरोध के कारण वापस लौटना पड़ा था. विरोध के कारण ही एनएच को ग्यारह घंटे तक जाम भी रखा गया था. विरोध कर रहे लोगों का कहना है हम एकलव्य आवासीय विद्यालय का विरोध नहीं कर रहे हैं. हम विद्यालय का निर्माण शहीद स्थल पर नहीं होने देंगे. विद्यालय का निर्माण किसी अन्य जगहों पर हो जिससे हमारे बच्चों का भविष्य उज्ज्वल होगा.