दिल्ली: पश्चिम बंगाल में लाखों रूपये कैश के साथ पकड़े गए तीनों विधायकों को कांग्रेस की तरफ से निलंबित कर दिया गया है. दिल्ली में झारखंड कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे ने इसकी घोषणा की है. उन्होंने कहा कि झारखंड की सरकार स्थिर है और सरकार को कोई खतरा नहीं है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव में क्रॉस वोटिंग में कौन कौन से विधायक शामिल थे इसकी पूरी जानकारी है. उन्होंने कहा कि यही तीनों विधायक अन्य विधायकों को दिग्भ्रमित कर रहे थे. कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा ने पूरे घटनाक्रम को ऑपरेशन कीचड़ नाम दिया है.
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रांची में जीरो FIR दर्ज: इससे पहले रांची के अरगोड़ा थाना में बेरमो से कांग्रेस विधायक अनूप सिंह ने पश्चिम बंगाल में पकड़े गए तीनों विधायकों के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए जीरो एफआईआर दर्ज कराई है. अनूप सिंह द्वारा दी गई प्राथमिकी में यह लिखा गया है कि उन लोगों ने उन्हें भी फोन किया था और कोलकाता आने का न्योता दिया था. साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि अगर विधायक को आप साथ लेकर आते हैं तो प्रति विधायक के अनुसार उन्हें 10 करोड़ दिया जाएगा.
एफआईआर में क्या है: अरगोड़ा थाना में दिए गए आवेदन में कांग्रेस विधायक अनूप सिंह ने लिखा है कि उन्हें विधायक राजेश कच्छप और इरफान अंसारी ने फोन कर कहा था कि वह कोलकाता आए और सरकार को अपदस्थ करने में उनकी मदद करें. नए सरकार में उन्हें बेहतर पोजिशन दी जाएगी. साथ सभी विधायको को 10 करोड़ रुपये भी मिलेंगे.
क्या है पूरा मामला: बता दें कि शनिवार को कांग्रेस के तीन विधायकों इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और विक्सल कोंगाड़ी को लगभग 48 लाख रूपये के साथ पश्चिम बंगाल में पुलिस ने पकड़ा था. जो अब भी पुलिस गिरफ्त में हैं.