रांची: रांची विश्वविद्यालय के कुलपति रमेश कुमार पांडे की अध्यक्षता में 4 फरवरी को सिंडिकेट की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की जाएगी. इस बैठक में कुल 15 एजेंडो पर चर्चा होगी. साथ ही वित्त समिति और एफीलिएशन कमेटी में लिए गए निर्णय पर भी मुहर लगने की संभावना जताई जा रही है. रांची विश्वविद्यालय के कुलसचिव अमर कुमार चौधरी की माने तो यह बैठक कई मायनों में महत्वपूर्ण है.
ये भी पढ़ें-सब मिलकर झारखंड के विकास की लंबी लकीरें खींचें, अधिकारी मन से करें काम: हेमंत सोरेन
इस बैठक में तृतीय और चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों की नियुक्ति को लेकर सरकार ने विश्वविद्यालय प्रशासन को ही अधिकार दिया है. इस मुद्दे पर मुहर लगाने के लिए विशेष रूप से सिंडिकेट के सदस्य इस पर चर्चा करेंगे. इसके अलावा वेतन निर्धारण का अप्रूवल पहले एचआरडी करती थी. अब यूनिवर्सिटी ही कमेटी बनाकर इसे धरातल पर उतारेगी. इसे लेकर एक एजेंडा तैयार किया गया है. इस पर भी विशेष रूप से चर्चा किए जाने को लेकर सहमति बनी है. वहीं, जिस तरीके से कुलपति को कार्य विस्तार दिया जाता है. ठीक उसी तरीके से प्रतिकुलपति को भी इसका लाभ मिले. इस बिंदु पर भी सिंडिकेट की बैठक में चर्चा होने की सूचना मिल रही है.
रांची विश्वविद्यालय के एसोसिएट प्रोफेसर पद से प्रोफेसर रेणुका ने तकनीकी तौर पर इस्तीफा दे दिया था. सिंडिकेट के सदस्यों ने 16 दिसंबर को डॉ रेणुका का तकनीकी इस्तीफा को स्वीकृति प्रदान कर दी थी. अब डॉ रेणुका ने आरयू प्रबंधन को तकनीकी इस्तीफा स्थगित करने का आवेदन दिया है. इस विषय को लेकर भी सिंडिकेट की बैठक में निर्णय लिया जा सकता है. सिंडिकेट की इस बैठक में पिछले बैठकों में किए गए निर्णय पर भी मुहर लगाई जाएगी. वहीं, अन्य कई फैसलों पर सिंडिकेट के सदस्यों द्वारा स्वीकृति प्रदान करने की संभावना जताई जा रही है.