रांची: झारखंड विधानसभा पहली बार छात्र संसद का आयोजन करने जा रहा है. जिसमें राज्यभर से चयनित छात्र विधायी कार्य का हिस्सा बनेंगे. 30 और 31 अक्टूबर को आयोजित होने वाले छात्र संसद को स्पीकर रवींद्रनाथ महतो और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी संबोधित कर छात्रों को संसदीय व्यवस्था के बारे में जानकारी देंगे.
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राज्य के 24 छात्र लेंगे हिस्सा
विधानसभा में चल रहे छात्र संसद की तैयारी को लेकर विधानसभाध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो, मंत्री मिथिलेश ठाकुर, पार्लियामेंटरियन रिसर्च सेंटर की लेजिस्लेटिव रिसर्च टीम के चक्षु राय और विधानसभा सचिव महेंद्र प्रसाद ने पूरे कार्यक्रम की जानकारी दी है. विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो के मुताबिक छात्र संसद में राज्य भर के 24 छात्र हिस्सा लेंगे. जिन्हें निर्धारित चयन प्रक्रिया से गुजरनी होगी. विधानसभा में इसके लिए पत्र भेजकर राज्य के सभी विश्वविद्यालयों से छात्रों के नाम मांगे गए हैं. इन छात्रों से पर्यावरण एवं अन्य विधायी विषयों पर 500 से 700 शब्दों का आलेख लिया जाएगा. इसके बाद वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से छात्रों के साथ विधायी विषयों पर संवाद और वेबिनार होंगे. जिसके बाद चयनित सभी 24 बच्चे छात्र संसद में भाग लेंगे.
इन विषयों पर मांगे गये हैं आलेख
छात्र संसद में भाग लेने के लिए छात्रों से जिन विषयों पर आलेख मांगे गए हैं उनमें ये सभी शामिल हैं.
- जलवायु परिवर्तन के प्रभाव एवं निदान के उपाय
- राज्य की खनिज संपदा का उत्खनन एवं पर्यावरण संबंधी चुनौतियां
- 75 वर्षों के आईने में भारतीय लोकतंत्र
- झारखंड राज्य की वन संपदा एवं संरक्षण के उपाय
- पर्यावरण संरक्षण की वर्तमान कानूनी व्यवस्था एवं इसका संवर्धन
संसद विधानसभा की तरह होगी बहस, आयेगा बिल
पहली बार आयोजित हो रहे छात्र संसद को लेकर विधानसभा में तैयारियां जोरों पर हैं. दो दिनों तक चलने वाले इस छात्र संसद में पहले दिन कार्यशाला के जरिए संसदीय व्यवस्था की बारिकियों, परंपरा और कार्य संचालन पर चर्चा होगी. इस कार्यशाला में देशभर के संसदीय विशेषज्ञ अपना अनुभव साझा करेंगे. मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि छात्र संसद की थीम यूथ फॉर ग्रीन झारखंड है. जिसे झारखंड की हरी भरी धरती और पर्यावरण संरक्षण से जोड़कर रखा गया है. इसके माध्यम से छात्रों को संसदीय कार्य व्यवस्था की जानकारी मिलेगी.
पहले दिन सीएम और स्पीकर करेंगे संबोधित
छात्र संसद को पहले दिन मुख्यमंत्री और स्पीकर संबोधित करेंगे और विधायक दर्शक दीर्घा में रहेंगे. चयनित सभी 24 छात्र सत्ता पक्ष और विपक्ष की भूमिका में सदन में रहेंगे. जिसमें कोई मुख्यमंत्री होगा तो कोई विधानसभाध्यक्ष. दूसरे और अंतिम दिन संसद-विधानसभा की तरह ना केवल सदन में बहस होगी बल्कि संसदीय व्यवस्था की तरह कामकाज निपटाये जायेंगे. इसमें प्रतिभागी अलग अलग विषयों पर अपनी राय रखेंगे.
छात्रों को किया जाएगा पुरस्कृत
छात्र संसद में बेहतर प्रदर्शन करने वाले तीन छात्रों को प्रथम पुरस्कार, द्वितीय पुरस्कार और तृतीय पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा.