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रांची: मनरेगा कर्मियों के अनिश्चितकालीन हड़ताल का असर, कई सरकारी योजनाओं का काम बंद - रांची में मनरेगा कर्मियों की हड़ताल

रांची में 27 जुलाई से सभी मनरेगा कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. इसकी वजह से पिछले दिनों चल रही सभी मनरेगा योजनाओं का काम बंद हो गया है. इसका असर राज्य सरकार की प्रमुख योजनाएं जैसे बिरसा हरित ग्राम योजना पर भी हो रहा है.

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रांची मनरेगा कर्मियों के हड़ताल का असर
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Published : Aug 1, 2020, 5:05 PM IST

रांची: झारखंड राज्य मनरेगा कर्मियों का अनिश्चितकालीन हड़ताल का असर अब सरकारी योजनाओं पर देखने को मिल रहा है. मनरेगा कर्मियों के हड़ताल से राज्य सरकार की प्रमुख योजनाएं बिरसा हरित ग्राम योजना निलांबर-पितांबर खेल मैदान, डोभा निर्माण से जुड़ी योजनाएं बुरी तरह से प्रभावित होती जा रही है.


मनरेगा योजनाओं का काम बंद
सरकार के बड़े अधिकारी के लाख दावा करने के बाद भी धरातल पर जो पिछले दिनों मनरेगा की तरफ से चल रही योजनाओं का काम बंद है. जमीन और गड्ढा खोदकर छोड़ दिए गए हैं, न ही पौधारोपण किया जा रहा है और न ही किसी योजना पर मजदूर जाकर काम कर रहे हैं. इसका सीधा असर अब देखने को मिल रहा है.


इसे भी पढ़ें-रांची: मनरेगा कर्मचारी संघ की अहम बैठक, 27 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का लिया फैसला


मनरेगा कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल
पिछले दिनों ग्रामीण विकास विभाग की तरफ से मनरेगा कर्मियों को वापस काम पर लौटने की चेतावनी दी गई थी. बावजूद कोई भी मनरेगा कर्मचारी अपना काम पर नहीं लौटे. ऐसे में बरसात बीतने के बाद बिरसा हरित ग्राम योजना पौधारोपण जैसे कई योजनाएं इन मनरेगा कर्मचारियों की हड़ताल से वंचित रह जाएगा. पौधारोपण का कार्यक्रम ग्रामीण क्षेत्रों में नहीं हो पाएगा.

झारखंड मनरेगा कर्मचारी संघ
बता दें कि झारखंड मनरेगा कर्मचारी संघ ने एक अहम बैठक की थी, जिसमें मनरेगा कर्मचारियों के विभिन्न मांगों को लेकर चर्चा की हुई थी. बैठक में सरकार रवैये के खिलाफ 27 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का फैसला लिया गया था. नामकुम ब्लॉक में कर्मचारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष ने मनरेगा कर्मचारियों पर सरकार के विभागीय दबाव, कम मानदेय, मजदूरों में अधिक कार्य करने का बोझ का हवाला दिया. इसी के तहत 27 जुलाई से मनरेगा कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चल रहे हैं.

रांची: झारखंड राज्य मनरेगा कर्मियों का अनिश्चितकालीन हड़ताल का असर अब सरकारी योजनाओं पर देखने को मिल रहा है. मनरेगा कर्मियों के हड़ताल से राज्य सरकार की प्रमुख योजनाएं बिरसा हरित ग्राम योजना निलांबर-पितांबर खेल मैदान, डोभा निर्माण से जुड़ी योजनाएं बुरी तरह से प्रभावित होती जा रही है.


मनरेगा योजनाओं का काम बंद
सरकार के बड़े अधिकारी के लाख दावा करने के बाद भी धरातल पर जो पिछले दिनों मनरेगा की तरफ से चल रही योजनाओं का काम बंद है. जमीन और गड्ढा खोदकर छोड़ दिए गए हैं, न ही पौधारोपण किया जा रहा है और न ही किसी योजना पर मजदूर जाकर काम कर रहे हैं. इसका सीधा असर अब देखने को मिल रहा है.


इसे भी पढ़ें-रांची: मनरेगा कर्मचारी संघ की अहम बैठक, 27 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का लिया फैसला


मनरेगा कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल
पिछले दिनों ग्रामीण विकास विभाग की तरफ से मनरेगा कर्मियों को वापस काम पर लौटने की चेतावनी दी गई थी. बावजूद कोई भी मनरेगा कर्मचारी अपना काम पर नहीं लौटे. ऐसे में बरसात बीतने के बाद बिरसा हरित ग्राम योजना पौधारोपण जैसे कई योजनाएं इन मनरेगा कर्मचारियों की हड़ताल से वंचित रह जाएगा. पौधारोपण का कार्यक्रम ग्रामीण क्षेत्रों में नहीं हो पाएगा.

झारखंड मनरेगा कर्मचारी संघ
बता दें कि झारखंड मनरेगा कर्मचारी संघ ने एक अहम बैठक की थी, जिसमें मनरेगा कर्मचारियों के विभिन्न मांगों को लेकर चर्चा की हुई थी. बैठक में सरकार रवैये के खिलाफ 27 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का फैसला लिया गया था. नामकुम ब्लॉक में कर्मचारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष ने मनरेगा कर्मचारियों पर सरकार के विभागीय दबाव, कम मानदेय, मजदूरों में अधिक कार्य करने का बोझ का हवाला दिया. इसी के तहत 27 जुलाई से मनरेगा कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चल रहे हैं.

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