रांची: राज्य में महिलाओं की सुरक्षा के लिए बना महिला आयोग में पिछले एक महीने से अधिक समय से अध्यक्ष पद का चुनाव न होने के कारण आयोग में न्याय पाने आ रही महिलाओं को कई तरह की समस्याएं आ रही हैं. महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष कल्याणी सरण का कार्यकाल पूरा होने बाद अब तक राज्य महिला आयोग के अध्यक्ष के चयन को लेकर कुछ भी निर्णय नहीं हो पाया है, जिससे महिलाओं को उचित न्याय नहीं मिल पा रहा है.
महिला आयोग में मात्र एक सदस्य हैं कार्यरत
राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष सहित पांच सदस्य में से मात्र एक सदस्य आरती राणा वर्तमान में आयोग में कार्यरत है, जिस कारण बहुत ही महत्वपूर्ण मामले पर ही आयोग की तरफ से संज्ञान लेकर कार्रवाई करने के दिशा निर्देश दिए जा रहे हैं, लेकिन अध्यक्ष नहीं होने की वजह से मामले का निष्पादन होना संभव नहीं हो पा रहा है.
अध्यक्ष न होने से परेशानी
महिला आयोग की सदस्य आरती राणा बताती है कि निश्चित रूप से अध्यक्ष के चयन न होने की वजह से कई ऐसे मामले हैं जिसका निष्पादन नहीं हो पा रहा है. उन्होंने बताया कि अध्यक्ष को ही आयोग में अधिकार होता है कि वह किसी मामले का निष्पादन करें. इसके अलावा अध्यक्ष न रहने की वजह से आयोग में कार्यरत कर्मचारियों को भी तनख्वाह नहीं मिल पा रही है क्योंकि अध्यक्ष के हस्ताक्षर के बाद ही कर्मचारियों का बिल पारित होता है.
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सरकार जल्द ले निर्णय
राज्य महिला आयोग में कार्यरत फिलहाल एकमात्र सदस्य आरती राणा अपनी परेशानी को साझा करते हुए कहा कि कई बार संगीन मामले में सदस्य होने के नाते वे संज्ञान जरूर लेती हैं, लेकिन अध्यक्ष के बिना मामले की कार्रवाई में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. उन्होंने राज्य सरकार से अपील करते हुए कहा कि सरकार को अध्यक्ष पद के चयन को लेकर जल्द से जल्द निर्णय लेना चाहिए ताकि राज्य की महिलाओं उचित सम्मान मिल सके.