रांचीः वर्ष 2014 से पूरी दुनिया में योग दिवस मनाया जाता है. यह दिन एक और मायने में खास है. 21 जून, पूरी दुनिया में संगीत प्रेमियों के लिए खास है क्योंकि यह दिन विश्व संगीत दिवस (World Music Day) के रूप में मनाया जाता है.
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1982 ई. में फ्रांस से हुई थी शुरुआत
वर्ल्ड म्यूजिक डे यानी विश्व संगीत दिवस की शुरुआत सन 1982 में फ्रांस में हुई थी. फ्रांस से इसकी शुरुआत की भी एक वजह है, जैसे भारत का योग से गहरा रिश्ता है और योग दिवस का भारत से, उसी तरह संगीत दिवस का फ्रांस से है. कहा जाता है कि हर फ्रांसीसी का संगीत से खास लगाव होता है. किसी-न-किसी रूप में वह इससे जुड़ा होता है, कोई गाता है, कोई वाद्य यंत्र बजाने का शौकीन है तो कोई धुनों पर थिरकने का शौक रहता है.
झारखंड का भी गीत-संगीत से है गहरा नाता
झारखंड के भी कण कण में गीत-संगीत बसा है. जंगल, झाड़, पहाड़, झरने जैसे प्राकृतिक छटाओं को खुद में समेटे झारखंड में हर त्योहार में गीत और संगीत अहम होता है. ऐसे में जब आज विश्व संगीत दिवस पूरी दुनिया में मनाया जा रहा है तो झारखंड की लोकप्रिय गायिका मृणालिनी अखौरी (Singer Mrinalini Akhouri) और उनके यहां संगीत की साधना करने वाले शिष्यों ने वर्ल्ड म्यूजिक डे पर अपने-अपने तरीके से संगीत दिवस की स्वरांजलि दी.
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सरकार से कलाकारों की गुहार
कोरोना काल में यह डेढ़ साल से ज्यादा समय में झारखंड के कलाकारों की स्थिति भी खराब हो गई है. लॉकडाउन के दौरान खुद को संगीत के माध्यम से तरोताजा बनाए रखने वाले कलाकारों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. कई कलाकारों की कोरोना की वजह से मौत भी हुई है. ऐसे में संगीत दिवस के दिन कलाकारों की सरकार से मदद की गुहार भी है. कम से कम ऑनलाइन कार्यक्रम सरकार आयोजित करवाए ताकि कलाकारों को मदद मिल सके और घर में रहने वाले लोग इस काल में तनावमुक्त भी हो सकें.