रांची: झारखंड में नक्सली (Naxalites in Jharkhand) संगठनों खिलाफ सुरक्षाबलों के अभियान में बड़ी सफलताएं मिली हैं. 2021 में पुलिस ने अबतक कुल 430 उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है. इस साल गिरफ्तार बड़े नामों में माओवादियों के सेकंड इन चीफ एक करोड़ के इनामी प्रशांत बोस, सैक सदस्य प्रद्युमन शर्मा और आजाद जैसे बड़े नाम शामिल हैं. वहीं, इस साल पुलिस ने 07 सबजोनल कमांडर, 17 एरिया कमांडरों को भी गिरफ्तार किया है. राज्य पुलिस मुख्यालय के आंकड़ों के मुताबिक, 2014 से अबतक अभियान के दौरान राज्य में कुल 4000 उग्रवादी गिरफ्तार हुए हैं.
करोड़ों में लेवी की राशि की बरामदगी
राज्य पुलिस मुख्यालय के आंकड़े की मुताबिक, 2021 में अब तक पुलिस ने लेवी की 19.04 लाख रुपए की राशि बरामद की है. वहीं, 2014 से लेकर अबतक विभिन्न उग्रवादी संगठनों के पास से लेवी की कुल 6 करोड़ 90 लाख 88 हजार रुपए बरामद किए गए हैं. एक साल में सर्वाधिक 3.02 करोड़ की राशि 2016 में बरामद की गई थी.
ये भी पढ़ें: अलविदा 2021: जानिए साल 2021 में झारखंड में क्या रहा सियासत का हाल, किन मुद्दों ने बटोरी सुर्खियां
NIA की रडार पर रहे मुकेश समेत कइ नक्सली
भाकपा माओवादी, टीपीसी समेत अन्य उग्रवादी संगठनों से जुड़े 19 लोगों ने इस साल सरेंडर किया है. सरेंडर करने वालों में एनआईए के रडार पर रहे 15 लाख के ईनामी टीपीसी उग्रवादी मुकेश गंझू, चाईबासा के खूंखार भाकपा माओवादियों में शुमार किया जाने वाला 10 लाख का ईनामी जीवन कंडुलना, रघुवंश गंझू शामिल थे. माओवादियों के सबजोनल कमांडर और पांच लाख के ईनामी ननुचंद महतो, पांच लाख के ईनामी टीपीसी उग्रवादी नागेश्वर गंझू, एक लाख की ईनामी उषा किस्कू, टीपीसी के एक लाख के ईनामी लक्ष्मण गंझू, पीएलएफआई के एरिया कमांडर संजय गोप, जेजेएमपी के मोहन पहाड़िया, माओवादी संगठन के सरिता सोरेन, विष्णु नागेसिया, बैलून सरदार, आकाश नागेसिया और नागेश्वर गंझू ने पुलिस के सामने सरेंडर किया.