रांचीः ग्रिन मोबिलिटी को बढ़ावा देने को लेकर रांची नगर निगम और रांची स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन की ओर से संयुक्त रुप से शुरु की गयी पहल 'शनिवार नो कार' का जो असर राजधानी की सड़कों पर इस शनिवार को दिखना चाहिए था, वह नहीं दिख रहा है. अधिकारी और कर्मचारी साइकिल का इस्तेमाल जरूर कर रहे हैं, लेकिन आम जनता साइकिल से दूर है.
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बड़ी संख्या में खास लोगों ने साइकिल की सवारी की है और लोगों से अपील भी कि है कि वो कम से कम सप्ताह में एक दिन साइकिल से ही अपना दैनिक कार्य करें. इस क्रम में रांची नगर निगम और रांची स्मार्ट सिटी के भी कई पदाधिकारी और कर्मचारी साइकिल से दफ्तर पहुंचे. वहीं, सांसद दीपक प्रकाश ने भी साइकिल की सवारी कर लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया है.
नगर आयुक्त मुकेश कुमार ने कहा कि 'शनिवार नो कार' एक अभियान है और वह खुद भी 10 से 12 किलोमीटर साइकिल चला कर घर से ऑफिस आए हैं और साइकिल से ही वापस जाएंगे. कई कर्मी पदाधिकारी भी साइकिल से ऑफिस आए हैं. उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि लोगों ने साइकिल नहीं चलायी है. सैकड़ों युवाओं ने साइकिल चलाया है. वहीं, कई हॉस्टल में रहने वाले लोगों ने साइकिल चलाई है. मोरहाबादी में कई छोटे ग्रुप ने भी साइकिल चलाई.
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वहीं, सांसद दीपक प्रकाश ने भी साइकिल चलायी है. कई वार्ड पार्षद भी साइकिल चला रहे हैं. उन्होंने कहा कि कई लोग साइकिल चलाना छोड़ चुके हैं और साइकिल नहीं रख रहे हैं. वह लोग फिर साइकिल खरीदने का मन बना रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस अभियान में हर सप्ताह जैसे जैसे लोग जुड़ेंगे, इससे आने वाले समय में शनिवार को साइकिल पर सवारी करने वाले लोग ज्यादा दिखेंगे. रांची शहर की बड़ी उपलब्धि होगी. उन्होंने एक बार फिर लोगों से शनिवार को साइकिल चलाने की अपील की है.
साइकिल लेन चिन्हित करने की दिशा में काम
भारत सरकार के आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय ने इंडिया साइकिल फॉर चेंज चैलेंज कार्यक्रम की शुरुआत की है, जिसमें सभी स्मार्ट सिटी के साथ-साथ 5 लाख से ज्यादा आबादी वाले कई शहरों ने हिस्सा लिया है. इस चैलेंज के पहले चरण में स्मार्ट सिटी की ओर से साइकिल पर आधारित सर्वे कराया और कई साइकिल रैली निकाली. दूसरे चरण के लिए कुछ मार्गों में साइकिल लेन चिन्हित करने की दिशा में काम चल रहा है.
इस मुहिम को आगे बढ़ाने के लिए विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए लोगों से साइकिल चलाने का आग्रह किया जा रहा है. इसके व्यापक प्रचार प्रसार के लिए फेसबुक, यूट्यूब और ट्वीटर का सहारा तो लिया ही जा रहा है. राजधानी के 50 से ज्यादा चौक चौराहों पर लगे वैरिएबल मैसेज साइन बोर्ड पर भी साइकिलिंग को प्रोत्साहित करने के लिए संदेश चलाए जा रहे हैं.