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बागी सरयू राय को मिल रहा बीजेपी नेताओं का सपोर्ट, साइलेंट मोड में पार्टी

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Published : Nov 23, 2019, 5:20 PM IST

बीजेपी से बागी होने के बाद भी सरयू राय को बीजेपी नेताओं का खूब समर्थन मिल रहा है. सोशल साइट ट्विटर पर एक तरफ जहां सुब्रमण्यम स्वामी ने सरयू राय को टिकट नहीं मिलने पर दुख व्यक्त किया है. वहीं प्रदेश के गोड्डा लोकसभा सीट से बीजेपी के सांसद निशिकांत दुबे ने 16 नवंबर को अपने फेसबुक पेज पर मुनीर नियाजी का 'शेर' शेयर किया है.

सरयू राय

रांची: प्रदेश के मुख्यमंत्री और उनके कार्य प्रणाली के ऊपर सवाल उठाने वाले सरयू राय के बगावती तेवर को सीएम के दल के लोगों का भरपूर समर्थन मिल रहा है. सोशल मीडिया साइट ट्विटर पर एक तरफ जहां सुब्रमण्यम स्वामी ने राय को टिकट नहीं मिलने पर दुख व्यक्त किया है. वहीं प्रदेश के गोड्डा लोकसभा सीट से सांसद निशिकांत दुबे ने 16 नवंबर को अपने फेसबुक पेज पर मुनीर नियाजी का 'शेर' शेयर किया है.

बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता का बयान

अपने ऑफिशियल फेसबुक पेज पर निशिकांत दुबे ने बकायदा पूर्व मंत्री राय के साथ तस्वीर साझा की है और लिखा है 'जानता हूं एक ऐसे शख्स को मैं भी मुनीर गम से पत्थर हो गया, लेकिन कभी रोया नहीं'. दुबे का यह पोस्ट 16 नवंबर का है. इस पर अब तक 88 लोगों ने कमेंट भी किए हैं. ज्यादातर कमेंट पूर्व मंत्री राय के समर्थन में है और अप्रत्यक्ष रूप से राज्य के मुखिया पर भी निशाना साधा गया है.

jharkhand assembly election, झारखंड विधानसभा चुनाव
निशिकांत दुबे का ट्वीट

हैरत की बात यह है कि यह पोस्ट 62 लोगों ने शेयर किया है और डेढ़ हजार से अधिक लोग इसे लाइक कर चुके हैं. वहीं, सुब्रमण्यम स्वामी के ट्वीट में साफ तौर पर लिखा है कि तत्कालीन मंत्री राय को टिकट नहीं देना दुखद है. इसके साथ ही उन्होंने अपने ट्वीट में राय को न केवल एक प्रॉमिनेंट बल्कि ईमानदार मंत्री की संज्ञा तक दी. इतना ही नहीं सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफार्म पर झारखंड इलेक्शन को लेकर चल रहे व्यक्तिगत टिप्पणियों पर भी गौर करें तो एक तरफा मंत्री राय के समर्थन में लोग नजर आते हैं.

jharkhand assembly election, झारखंड विधानसभा चुनाव
सुब्रमण्यम स्वामी का ट्वीट

क्या है इसकी वजह
दरअसल, तत्कालीन मंत्री सरयू राय सरकार में कथित अफसरशाही और करप्शन के मामलों पर मुखर होते रहे. यही नहीं उन्होंने अधिकारियों से लेकर मुख्यमंत्री तक को अलग-अलग बिंदुओं को लेकर पत्र भी लिखे. जब बात नहीं सुनी गई तो उन्होंने बाकायदा दिल्ली दरबार का भी दरवाजा खटखटाया, लेकिन सिवाय आश्वासन के उन्हें कुछ नहीं मिला.

ये भी पढ़ें: राधाकृष्ण किशोर ने भाजपा नेतृत्व पर उठाया सवाल, कहा- पार्टी यूज एंड थ्रो की नीति पर करती है काम
पल्ला झाड़ रही है बीजेपी
हालांकि, पूरे प्रकरण पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा ने कहा है कि राय के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. वहीं, बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता दीनदयाल बरनवाल ने कहा कि सुब्रमण्यम स्वामी सरीखे नेता की टिप्पणी पर कोई प्रतिक्रिया देना ठीक नहीं होगा.

रांची: प्रदेश के मुख्यमंत्री और उनके कार्य प्रणाली के ऊपर सवाल उठाने वाले सरयू राय के बगावती तेवर को सीएम के दल के लोगों का भरपूर समर्थन मिल रहा है. सोशल मीडिया साइट ट्विटर पर एक तरफ जहां सुब्रमण्यम स्वामी ने राय को टिकट नहीं मिलने पर दुख व्यक्त किया है. वहीं प्रदेश के गोड्डा लोकसभा सीट से सांसद निशिकांत दुबे ने 16 नवंबर को अपने फेसबुक पेज पर मुनीर नियाजी का 'शेर' शेयर किया है.

बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता का बयान

अपने ऑफिशियल फेसबुक पेज पर निशिकांत दुबे ने बकायदा पूर्व मंत्री राय के साथ तस्वीर साझा की है और लिखा है 'जानता हूं एक ऐसे शख्स को मैं भी मुनीर गम से पत्थर हो गया, लेकिन कभी रोया नहीं'. दुबे का यह पोस्ट 16 नवंबर का है. इस पर अब तक 88 लोगों ने कमेंट भी किए हैं. ज्यादातर कमेंट पूर्व मंत्री राय के समर्थन में है और अप्रत्यक्ष रूप से राज्य के मुखिया पर भी निशाना साधा गया है.

jharkhand assembly election, झारखंड विधानसभा चुनाव
निशिकांत दुबे का ट्वीट

हैरत की बात यह है कि यह पोस्ट 62 लोगों ने शेयर किया है और डेढ़ हजार से अधिक लोग इसे लाइक कर चुके हैं. वहीं, सुब्रमण्यम स्वामी के ट्वीट में साफ तौर पर लिखा है कि तत्कालीन मंत्री राय को टिकट नहीं देना दुखद है. इसके साथ ही उन्होंने अपने ट्वीट में राय को न केवल एक प्रॉमिनेंट बल्कि ईमानदार मंत्री की संज्ञा तक दी. इतना ही नहीं सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफार्म पर झारखंड इलेक्शन को लेकर चल रहे व्यक्तिगत टिप्पणियों पर भी गौर करें तो एक तरफा मंत्री राय के समर्थन में लोग नजर आते हैं.

jharkhand assembly election, झारखंड विधानसभा चुनाव
सुब्रमण्यम स्वामी का ट्वीट

क्या है इसकी वजह
दरअसल, तत्कालीन मंत्री सरयू राय सरकार में कथित अफसरशाही और करप्शन के मामलों पर मुखर होते रहे. यही नहीं उन्होंने अधिकारियों से लेकर मुख्यमंत्री तक को अलग-अलग बिंदुओं को लेकर पत्र भी लिखे. जब बात नहीं सुनी गई तो उन्होंने बाकायदा दिल्ली दरबार का भी दरवाजा खटखटाया, लेकिन सिवाय आश्वासन के उन्हें कुछ नहीं मिला.

ये भी पढ़ें: राधाकृष्ण किशोर ने भाजपा नेतृत्व पर उठाया सवाल, कहा- पार्टी यूज एंड थ्रो की नीति पर करती है काम
पल्ला झाड़ रही है बीजेपी
हालांकि, पूरे प्रकरण पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा ने कहा है कि राय के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. वहीं, बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता दीनदयाल बरनवाल ने कहा कि सुब्रमण्यम स्वामी सरीखे नेता की टिप्पणी पर कोई प्रतिक्रिया देना ठीक नहीं होगा.

Intro:बाइट दीनदयाल बरनवाल प्रदेश प्रवक्ता बीजेपी

रांची। प्रदेश के मुख्यमंत्री और उनके कार्य प्रणाली के ऊपर सवाल उठाने वाले हैं तत्कालीन कैबिनेट मंत्री सरयू राय के बगावती तेवर को उनके दल के लोगों का भरपूर समर्थन मिल रहा है। सोशल मीडिया साइट ट्विटर पर एक तरफ जहां सुब्रमण्यम स्वामी ने राय को टिकट नहीं मिलने पर दुख व्यक्त किया है। वहीं प्रदेश के गोड्डा लोकसभा सीट से सांसद और बीजेपी के सांसद निशिकांत दुबे ने 16 नवंबर को अपने फेसबुक पेज पर मुनीर नियाजी का 'शेर' शेयर किया है। अपने ऑफिशियल फेसबुक पेज पर निशिकांत दुबे ने बकायदा पूर्व मंत्री राय के साथ तस्वीर साझा की है और लिखा है "जानता हूं एक ऐसे शख्स को मैं भी मुनीर गम से पत्थर हो गया लेकिन कभी रोया नहीं"।


Body:दुबे का यह पोस्ट 16 नवंबर का है। इस पर अब तक 88 लोगों ने कमेंट भी किए हैं। ज्यादातर कमेंट पूर्व मंत्री राय के समर्थन में है और अप्रत्यक्ष रूप से राज्य के मुखिया पर भी निशाना साधा गया है।
हैरत की बात यह है कि यह पोस्ट 62 लोगों ने शेयर किया है और डेढ़ हजार से अधिक लोग इसे लाइक कर चुके हैं।
वहीं सुब्रमण्यम स्वामी के ट्वीट में साफ तौर पर लिखा है की तत्कालीन मंत्री राय को टिकट नहीं देना दुखद है। साथ ही उन्होंने अपने ट्वीट में राय को न केवल एक प्रॉमिनेंट बल्कि ईमानदार मंत्री की संज्ञा तक दी।
इतना ही नहीं सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफार्म पर झारखंड इलेक्शन को लेकर चल रहे व्यक्तिगत टिप्पणियों पर भी गौर करें तो एक तरफा मंत्री राय के समर्थन में लोग नजर आते हैं।

क्या है इसकी वजह
दरअसल तत्कालीन मंत्री राय सरकार में कथित अफसरशाही और करप्शन के मामलों पर मुखर होते रहे। यही नहीं उन्होंने अधिकारियों से लेकर मुख्यमंत्री तक को अलग-अलग बिंदुओं को लेकर पत्र भी लिखे। जब बात नहीं सुनी गई तो उन्होंने बाकायदा दिल्ली दरबार का भी दरवाजा खटखटाया लेकिन सिवाय आश्वासन के उन्हें कुछ नहीं मिला।



Conclusion:
पल्ला झाड़ रही है बीजेपी
हालांकि पूरे प्रकरण पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा ने कहा है कि राय के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
वहीं बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता दीनदयाल बरनवाल ने कहा कि सुब्रमण्यम स्वामी सरीखे नेता के टिप्पणी पर कोई प्रतिक्रिया देना ठीक नहीं होगी।
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