रांची: रघुवर दास को निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में हराने वाले उनके तत्कालीन कैबिनेट सहयोगी सरयू राय ने अब बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पर खुलकर हमला किया है. लगभग 9 घंटे पहले अपने ट्विटर हैंडल से सरयू राय ने साफ कहा कि भाजपा अध्यक्ष पिछले 5 साल में झारखंड के विकास की असलियत पता करें, उसके बाद मीडिया में बोलें.
'भ्रष्टाचार की नीयत से ही विकास कार्यक्रम चलाए गए'
राय ने साफ तौर पर लिखा है कि उन दिनों राज्य में केवल विकास कार्यक्रमों को लागू करने में भ्रष्टाचार नहीं हुए, बल्कि भ्रष्टाचार की नीयत से ही विकास कार्यक्रम चलाए गए हैं. राय ने साफ कहा कि अमित शाह को इस बाबत अपने लोगों से ही पूछ लेना चाहिए.
रघुवर दास पर हमला
अपने दूसरे ट्वीट में उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास को लपेटे में लेते हुए साफ लिखा है कि तत्कालीन मुख्यमंत्री ने 16 विभाग अपने पास रखा था. जिनमें बड़े और मलाइदार कहे जाने वाले सभी विभाग शामिल थे. साथ ही संवैधानिक प्रावधानों का हवाला देते हुए राय ने लिखा है कि उन्हें ताक पर रखकर 111 में से एक मंत्री का पद 5 साल तक खाली क्यों रखा गया.
बड़ी संख्या में लाइक्स भी मिले
वहीं, तीसरे ट्वीट में उन्होंने सवालिया अंदाज में कहा है कि अमित शाह को खुलासा करना चाहिए कि पिछले 5 वर्षों तक झारखंड में सरकार और संगठन की खस्ताहाल के बारे में उन्हें कौन गुमराह करता रहा. उन्होंने कहा कि उन्हें नुकसान पहुंचाने के षड्यंत्र में भाजपा को गर्त में पहुंचा दिया गया. 2009 में भी ऐसा ही हुआ था तब तो सबक नहीं लिया गया. दरअसल, तीनो ट्वीट 9 घंटे पहले किए गए हैं और इन पर बड़ी संख्या में लाइक्स भी मिले हैं.
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15,000 से अधिक वोटों से हराया है
बता दें कि सरयू राय बीजेपी की पिछली सरकार में मंत्री थे और उन्हें पार्टी ने इस विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं दिया. वह निर्दलीय चुनाव लड़े. हैरत की बात यह है कि राय अपना विधानसभा क्षेत्र जमशेदपुर पश्चिमी छोड़कर जमशेदपुर पूर्वी से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मुख्यमंत्री के खिलाफ खड़े हुए और उन्हें 15,000 से अधिक वोटों से हराया.