रांची: राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) झारखंड के अभियान निदेशक रमेश घोलप ने ई संजीवनी टेलीमेडिसीन की समीक्षा बैठक की. इस दौरान अभियान निदेशक ने कहा है कि ई संजीवनी टेलीमेडिसीन के माध्यम से हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (एचडब्ल्यूसी ) के मरीजों को जिला स्तरीय मेडिकल कॉलेज, रिम्स और एम्स देवघर के विशेषज्ञ डॉक्टर चिकित्सकीय परामर्श देंगे.
अभियान निदेशक ने ई संजीवनी टेलीमेडिसीन का मरीजों को समुचित लाभ नहीं मिलने और उसकी रिपोर्ट पोर्टल पर अपडेट नहीं किए जाने पर नाराजगी जताई है. उन्होंने सात दिनों के अंदर लक्ष्य के अनुरूप कार्य नहीं करने और रिपोर्ट अपडेट नहीं होने पर संबंधित जिला के सिविल सर्जन एवं जिला कार्यक्रम प्रबंधक (DPM) का वेतन रोकने का निर्देश दिया है. समीक्षा बैठक के दौरान रमेश घोलप ने प्रतिदिन कम से कम दो कंसल्टेशन नहीं देने वाले सीएचओ पर भी कार्रवाई का निर्देश दिया. अभियान निदेशक सभी जिलों के सिविल सर्जन, डीपीएम, एचडब्ल्यूसी के नोडल अफसर, डीडीएम और सीएचओ के साथ आरसीएच, नामकुम में ई संजीवनी टेलीमेडिसिन की समीक्षा कर रहे थे. उन्होंने स्वाबलंबन पोर्टल पर दिव्यांगता प्रमाण पत्र भी अपडेट करने का निर्देश दिया.
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1640 में से महज 489 एचडब्ल्यूसी ही एक्टिव
अभियान निदेशक ने कहा कि राज्य में 1640 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (एचडब्ल्यूसी) कार्यरत हैं, जिसमें से 1158 में ही आईडी जेनरेट किया गया है. उसमें से भी महज 489 एचडब्ल्यूसी ही एक्टिव हैं. एचडब्ल्यूसी के लिए 18 जिलों में हब बनाकर 225 डॉक्टर टैग किए गए हैं. अभियान निदेशक ने सी डैक से समन्वय बनाकर सभी बचे हुए एचडब्ल्यूसी आईडी बनाने एवं सभी जिलों में अविलंब हब बनाकर डॉक्टरों को टैग करने का निर्देश दिया है. समीक्षा बैठक में राज्य नोडल पदाधिकारी डॉ एचबी बरवार, प्रशासी पदाधिकारी, लक्ष्मी नारायण किशोर, डॉ संजय, अवनी प्रसाद तथा अन्य पदाधिकारी भी उपस्थित थे.