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चारा घोटाला: जानिए लालू यादव को किस मामले में मिली कितनी सजा, एक में फैसला बाकी

चारा घोटाला के देवघर कोषागार, दुमका कोषागार और चाईबासा कोषागार के दो मामले सहित चारा घोटाला के कुल 4 मामले में सजायाफ्ता आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव अब एक और मामले में फैसले की ओर बढ़ रहे हैं. देश के बहुचर्चित चारा घोटाला का यह मामला रांची के डोरंडा कोषागार से जुड़ा है. इस मामले में कोषागार से लगभग 139 करोड़ रुपए की अवैध निकासी की गई.

fodder scam case
लालू प्रसाद यादव
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Published : Jan 15, 2020, 11:21 PM IST

Updated : Jan 16, 2020, 8:09 AM IST

रांची: चारा घोटाला वो मामला है, जिससे बिहार और झारखंड की राजनीति खूब प्रभावित हुई. साल 1995-96 में पहली बार चारा घोटाले का पर्दाफाश हुआ है. जिसके बाद ये बातें सामने आई कि सरकार ने जानवरों के लिए चारा, दवा और पशुपालन से जुड़े उपकरणों को लेकर बहुत बड़े घोटाले को अंजाम दिया है.

देखिए पूरी खबर

सबसे बड़ी बात कि इसमें नौकरशाह, नेता और व्यापारी भी शामिल थे. चारा घोटाले में लगभग 900 करोड़ रुपए के सरकारी राजस्व का घोटाला का मामला सामने आया. इस मामले में तत्कालीन मुख्यमंत्री आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और जगन्नाथ मिश्रा को मुख्य आरोपी बनाया गया, लेकिन जैसे-जैसे जांच हुई इसकी परत खुलते गई और लालू प्रसाद यादव, जगन्नाथ मिश्र जैसे कई सफेदपोश नेता इसमें शामिल नजर आए.

चारा घोटाला के देवघर कोषागार, दुमका कोषागार और चाईबासा कोषागार के दो मामले सहित चारा घोटाला के कुल 4 मामले में सजायाफ्ता आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव अब एक और मामले में फैसले की ओर बढ़ रहे हैं. देश के बहुचर्चित चारा घोटाला का यह मामला रांची के डोरंडा कोषागार से जुड़ा है. इस मामले में कोषागार से लगभग 139 करोड़ रुपए की अवैध निकासी की गई.

चारा घोटाला के पांच मामले

पहला मामला चाईबासा कोषागार आरसी 20A/96 से अवैध निकासी से है, जिसमें लगभग 37.7 करोड़ रुपए की अवैध निकासी का आरोप है. मामले में लालू प्रसाद यादव को 5 साल की सजा हुई.

  • दूसरा मामला देवघर कोषागार आरसी 64A/96 से अवैध निकासी से जुड़ा हुआ है, जिसमें लगभग 84.53 लाख रुपए की अवैध निकासी गई है, जिसमें लालू प्रसाद यादव को साढे़ 3 साल की सजा हुई.
  • तीसरा मामला चाईबासा कोषागार 68A/96 से अवैध निकासी का मामला है, जिसमें लगभग 33.67 करोड़ रुपए की अवैध निकासी की गई, जिसमें लालू प्रसाद यादव को 5 साल की सजा सुनाई गई.
  • चौथा मामला दुमका कोषागार आरसी 38A/96 से अवैध निकासी मामला है, जिसमें 313 करोड़ रुपए की अवैध निकासी की गई, जिसमें लालू प्रसाद यादव को दो अलग-अलग धाराओं में 7- 7 साल की सजा सुनाई गई.
  • पांचवां मामला डोरंडा कोषागार से जुड़ा हुआ है, जिसमें अभी फैसला आना बांकी है. इसमें लगभग 139 करोड़ रुपए की अवैध निकासी का आरोप है.

डोरंडा कोषागार आरसी 47A/96 से अवैध निकासी मामले में सीबीआई के विशेष न्यायालय में डे टू डे सुनवाई चल रही है. इस मामले में अभियुक्तों का 313 का बयान दर्ज किया जा रहा है. सीबीआई के विशेष न्यायाधीश एसके शशि की अदालत में मामले में जुड़े सभी अभियुक्तों का 313 का बयान दर्ज किया जा रहा है. इसी मामले में अदालत में लालू प्रसाद यादव का 313 का बयान गुरुवार को दर्ज होना है, जिसको लेकर जेल प्रशासन कड़ी सुरक्षा के बीच लालू प्रसाद यादव को कोर्ट की दहलीज पर हाजिर करेगी.

ये भी पढ़ें: हजारीबाग जेल में कैदी ने की आत्महत्या, मानसिक रोग से था बीमार
हालांकि, लालू प्रसाद यादव को देवघर कोषागार से अवैध निकासी मामले में झारखंड हाई कोर्ट से राहत मिली है. इसके बावजूद दुमका, चाईबासा के दो मामले में सजायाफ्ता हैं. वहीं, डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी मामले में फैसला आना बांकी है.

रांची: चारा घोटाला वो मामला है, जिससे बिहार और झारखंड की राजनीति खूब प्रभावित हुई. साल 1995-96 में पहली बार चारा घोटाले का पर्दाफाश हुआ है. जिसके बाद ये बातें सामने आई कि सरकार ने जानवरों के लिए चारा, दवा और पशुपालन से जुड़े उपकरणों को लेकर बहुत बड़े घोटाले को अंजाम दिया है.

देखिए पूरी खबर

सबसे बड़ी बात कि इसमें नौकरशाह, नेता और व्यापारी भी शामिल थे. चारा घोटाले में लगभग 900 करोड़ रुपए के सरकारी राजस्व का घोटाला का मामला सामने आया. इस मामले में तत्कालीन मुख्यमंत्री आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और जगन्नाथ मिश्रा को मुख्य आरोपी बनाया गया, लेकिन जैसे-जैसे जांच हुई इसकी परत खुलते गई और लालू प्रसाद यादव, जगन्नाथ मिश्र जैसे कई सफेदपोश नेता इसमें शामिल नजर आए.

चारा घोटाला के देवघर कोषागार, दुमका कोषागार और चाईबासा कोषागार के दो मामले सहित चारा घोटाला के कुल 4 मामले में सजायाफ्ता आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव अब एक और मामले में फैसले की ओर बढ़ रहे हैं. देश के बहुचर्चित चारा घोटाला का यह मामला रांची के डोरंडा कोषागार से जुड़ा है. इस मामले में कोषागार से लगभग 139 करोड़ रुपए की अवैध निकासी की गई.

चारा घोटाला के पांच मामले

पहला मामला चाईबासा कोषागार आरसी 20A/96 से अवैध निकासी से है, जिसमें लगभग 37.7 करोड़ रुपए की अवैध निकासी का आरोप है. मामले में लालू प्रसाद यादव को 5 साल की सजा हुई.

  • दूसरा मामला देवघर कोषागार आरसी 64A/96 से अवैध निकासी से जुड़ा हुआ है, जिसमें लगभग 84.53 लाख रुपए की अवैध निकासी गई है, जिसमें लालू प्रसाद यादव को साढे़ 3 साल की सजा हुई.
  • तीसरा मामला चाईबासा कोषागार 68A/96 से अवैध निकासी का मामला है, जिसमें लगभग 33.67 करोड़ रुपए की अवैध निकासी की गई, जिसमें लालू प्रसाद यादव को 5 साल की सजा सुनाई गई.
  • चौथा मामला दुमका कोषागार आरसी 38A/96 से अवैध निकासी मामला है, जिसमें 313 करोड़ रुपए की अवैध निकासी की गई, जिसमें लालू प्रसाद यादव को दो अलग-अलग धाराओं में 7- 7 साल की सजा सुनाई गई.
  • पांचवां मामला डोरंडा कोषागार से जुड़ा हुआ है, जिसमें अभी फैसला आना बांकी है. इसमें लगभग 139 करोड़ रुपए की अवैध निकासी का आरोप है.

डोरंडा कोषागार आरसी 47A/96 से अवैध निकासी मामले में सीबीआई के विशेष न्यायालय में डे टू डे सुनवाई चल रही है. इस मामले में अभियुक्तों का 313 का बयान दर्ज किया जा रहा है. सीबीआई के विशेष न्यायाधीश एसके शशि की अदालत में मामले में जुड़े सभी अभियुक्तों का 313 का बयान दर्ज किया जा रहा है. इसी मामले में अदालत में लालू प्रसाद यादव का 313 का बयान गुरुवार को दर्ज होना है, जिसको लेकर जेल प्रशासन कड़ी सुरक्षा के बीच लालू प्रसाद यादव को कोर्ट की दहलीज पर हाजिर करेगी.

ये भी पढ़ें: हजारीबाग जेल में कैदी ने की आत्महत्या, मानसिक रोग से था बीमार
हालांकि, लालू प्रसाद यादव को देवघर कोषागार से अवैध निकासी मामले में झारखंड हाई कोर्ट से राहत मिली है. इसके बावजूद दुमका, चाईबासा के दो मामले में सजायाफ्ता हैं. वहीं, डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी मामले में फैसला आना बांकी है.

Intro:रांची
बाइट---प्रभात कुमार //अधिवक्ता //लालू यादव

चारा घोटाला का मामला देश भर में मशहूर हुआ है वर्ष 1995- 96 में पहली बार चारा घोटाले का पर्दाफाश हुआ जिसके बाद या बातें सामने आई कि सरकार ने जानवरों के लिए चारा दवाए और पशुपालन से जुड़े उपकरणों को लेकर बहुत बड़े घोटाले को अंजाम दिया है सबसे बड़ी बात कि इसमें नौकरशाह नेता और व्यापारी भी शामिल थे चारा घोटाले में लगभग 900 करोड़ रुपए का सरकारी राजस्व का घोटाला का मामला सामने आया इस मामले में तत्कालीन मुख्यमंत्री आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और जगन्नाथ मिश्रा को मुख्य आरोपी बनाया गया लेकिन जैसे-जैसे जांच हुई इसकी पर्दे खुलते गई और लालू प्रसाद यादव जगन्नाथ मिश्रा जैसे कई सफेदपोश नेता इसमें शामिल नजर आए मामला लगभग दो दशक तक चला।


Body:चारा घोटाला के देवघर कोषागार दुमका कोषागार और चाईबासा कोषागार के दो मामले सहित चारा घोटाला के कुल 4 मामले में सजायाफ्ता आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव अब एक और मामले में फैसले की ओर बढ़ रहे हैं देश के बहुचर्चित चारा घोटाला का यह मामला रांची के डोरंडा कोषागार से जुड़ा है इस मामले में कोषागार से लगभग 139 करोड रुपए की अवैध निकासी की गई है।

जानिए लालू प्रसाद यादव को अब तक किन किन मामलों में सजा हो चुकी है और किस मामले में होनी है सजा

पहला मामला चाईबासा कोषागार आरसी 20A/96 से अवैध निकासी से है जिसमें लगभग 377 करो रुपए की अवैध निकासी का आरोप है मामले में लालू प्रसाद यादव को 5 साल की सजा हुई है

दूसरा मामला देवघर कोषागार आरसी 64A/96 से अवैध निकासी से जुड़ा हुआ है जिसमें लगभग 84.53 लाख रुपए की अवैध निकासी गई है जिसमें लालू प्रसाद यादव को साढे 3 साल की सजा हुई है

तीसरा मामला चाईबासा कोषागार 68A/96 से अवैध निकासी का मामला है जिसमें लगभग 33.67 करोड रुपए की अवैध निकासी की गई जिसमें लालू प्रसाद यादव को 5 साल की सजा सुनाई गई

चौथा मामला दुमका कोषागार आरसी 38A/96 से अवैध निकासी मामला है जिसमें 313 करोड रुपए की अवैध निकासी की गई जिसमें लालू प्रसाद यादव को दो अलग-अलग धाराओं में 7- 7 साल की सजा सुनाई गई


पांचवां मामला डोरंडा कोषागार से जुड़ा हुआ है जिसमें अभी फैसला आना बाकी है जिसमें लगभग 139 करोड़ रुपये की अवैध निकासी का आरोप है


डोरंडा कोषागार आरसी 47A/96 से अवैध निकासी मामले में सीबीआई के विशेष न्यायालय में day-to-day सुनवाई चल रही है इस मामले में अभियुक्तों का 313 का बयान दर्ज किया जा रहा है सीबीआई के विशेष न्यायाधीश एसके शशि की अदालत में मामले में जुड़े सभी अभियुक्तों का 313 का बयान दर्ज किया जा रहा है इसी मामले में अदालत के द्वारा लालू प्रसाद यादव का 313 का बयान कल दर्ज होना है जिसको लेकर जेल प्रशासन कड़ी सुरक्षा के बीच लालू प्रसाद यादव को कोर्ट की दहलीज पर हाजिर करेगी। डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी मामला घोटाला का सबसे बड़ा मामला है जिसमें लगभग 139 करोड रुपए की गई है ।


हालांकि लालू प्रसाद यादव को देवघर कोषागार से अवैध निकासी मामले में झारखंड हाईकोर्ट से राहत मिली है उन्हें हाई कोर्ट से जमानत की सुविधा मिली है लेकिन इसके बावजूद भी दुमका चाईबासा के दो मामले में सजायाफ्ता है वही डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी मामले में फैसला आना बाकी है


Conclusion:
Last Updated : Jan 16, 2020, 8:09 AM IST
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