रांची: 2016 में देश के तीसरे रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय के रूप में झारखंड रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय का गठन किया गया. गठन के बाद एक सत्र समाप्त होने के बाद से ही प्लेसमेंट पर सवाल खड़े होने लगे हैं. जिस उम्मीद के साथ विश्वविद्यालय का गठन किया गया था. उन उम्मीदों पर शुरुआती दौर में यह विश्वविद्यालय खरा नहीं उतरा. हालांकि अब धीरे-धीरे स्थितियों को सुधारा जा रहा है. इस विश्वविद्यालय का अब अपना प्लेसमेंट सेल है.
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झारखंड रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय के प्लेसमेंट व्यवस्था पर शुरू से ही सवाल खड़े किए जाते रहे हैं. देश का तीसरा रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय होने की वजह से इस विश्वविद्यालय से विद्यार्थियों को कई उम्मीदें हैं. इस विश्वविद्यालय में नामांकन लेने वाले छात्र-छात्राओं को उम्मीद रहती है कि यहां से पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्हें रक्षा क्षेत्र या पुलिस में अच्छे पदों पर नौकरी मिलेगी. इसके वादे भी किए जाते रहे हैं, लेकिन पिछले 4 सेशन के विद्यार्थियों को इस विश्वविद्यालय से बेहतर नौकरी तो क्या उनके लिए प्लेसमेंट तक की व्यवस्था नहीं की गई है.
प्लेसमेंट सेल का गठन: हालांकि इस सत्र से इस विश्वविद्यालय में प्लेसमेंट सेल का गठन किया गया है, लेकिन पूर्ववर्ती छात्र अभी भी हाथों में सर्टिफिकेट लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं. वर्ष 2020 में तो प्लेसमेंट को लेकर इस विश्वविद्यालय पर गंभीर आरोप भी लगे. दक्षिण भारत के विभिन्न राज्यों में यहां से पास आउट विद्यार्थियों को गार्ड की नौकरी में तैनात कर दिया गया था, जिसका जोरदार विरोध हुआ और तमाम विद्यार्थी झारखंड लौट आए. हालांकि अभी भी गार्ड की नौकरी दिलाने के मामले को लेकर जांच चल रही है. इधर, प्लेसमेंट की व्यवस्था को सुधारने के लिए विश्वविद्यालय प्रबंधन कई पहल करने शुरू कर दिए हैं.
पुलिस विभाग में नौकरी का दिया गया था दिलासा: शुरुआती दौर में कहा गया था कि विद्यार्थियों को पुलिस विभाग में आरक्षण के आधार पर नियुक्त किया जाएगा. वहीं, मल्टीनेशनल कंपनियों में भी विद्यार्थियों को कैंपस सिलेक्शन कर प्लेसमेंट दिया जाएगा. हालांकि पिछले 3 से 4 वर्षों से इस दिशा में कोई काम नहीं हुई है. अब नए सत्र से इस दिशा में कदम बढ़ाने के लिए विश्वविद्यालय प्रबंधन ने एक रोडमैप तैयार किया है. विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार कर्नल राजेश कुमार की मानें तो अब इस विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को कोई परेशानी नहीं होगी. प्लेसमेंट की व्यवस्था की जा रही है. प्लेसमेंट सेल का गठन हो चुका है. यहां से पास आउट दो सत्र के विद्यार्थी बेंगलुरु, चेन्नई के अलावा मुंबई, दिल्ली जैसे महानगरों में मल्टीनेशनल कंपनी में नौकरी कर रहे हैं. वहीं झारखंड के पुलिस विभाग में नियुक्ति के लिए भी विवि प्लेसमेंट सेल काम कर रही है, प्रयासरत है.