रांची: रांची पुलिस (Ranchi Police) अब हाईटेक तरीके से जेल से बाहर निकलने वाले अपराधियों पर नजर रखेगी. विशेष सॉफ्टवेयर ( Special Software) के जरिए वैसे तमाम अपराधियों की लिस्ट पुलिस ने तैयार कर ली है जिसे एक क्लिक पर कहीं भी देखा जा सकता है. रांची के सिटी एसपी सौरभ (City SP Saurabh) की पहल पर यह एप्लीकेशन तैयार किया गया है जिसमें तमाम बड़े से लेकर छोटे अपराधियों की जानकारी और उनके किए गए अपराधों का विवरण होगा.
ये भी पढ़ें: सावधान ! इस तरह साइबर ठगों के नियंत्रण में होगा आपका फोन और खाता हो जाएगा खाली
कैसा है सॉफ्टवेयर
रांची के सिटी एसपी सौरभ (City SP Saurabh) ने बताया कि सीआईडी के द्वारा पूर्व में एक OCCIS नाम का सॉफ्टवेयर (software) डेवलप किया गया था. उसी में उन्होंने कुछ परिवर्तन कर अपराधियों का डाटा कलेक्ट करने के लिए एक दूसरा सॉफ्टवेयर भी डेवलप करवाया है. इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से यह स्पष्ट रूप से पता चल पाएगा कि राजधानी में कितने क्रिमिनल चार्जशीटेड हैं, कितने क्रिमिनल जेल से हाल में छूटे हैं, कितने ऐसे कांड हैं जो अभी भी अनसुलझे हैं या फिर कितने ऐसे कांड हैं जिनका अनुसंधान पूरा हो चुका है. खासकर डाटा से किस-किस थाना क्षेत्र में किस तरह के अपराधी रहते हैं और किस तरह के अपराधों को अंजाम देते हैं वह जानने में बेहद आसानी होगी.
जेल से निकलने वाले हर अपराधी की सूचना रहेगी पुलिस के पास
वर्तमान समय में अलग-अलग कांडों में जेल गए अपराधी जब जमानत पर बाहर निकलते हैं. तब उसकी साप्ताहिक जानकारी रांची पुलिस को मिलती है लेकिन इस सॉफ्टवेयर की मदद से पुलिस को प्रत्येक दिन जेल से बाहर निकलने वाले अपराधियों की जानकारी सही समय पर मिल जाएगी. अगर कोई खतरनाक अपराधी जेल से बाहर निकलता है तब पुलिस सजग हो जाएगी ताकि उस पर नजर रखी जा सके. अगर वह अपराधी आदतन अपराध करता है तो उसे थाना हाजिरी करवाया जाएगा.
ये भी पढ़ें: साइबर क्राइम से बचने के लिए बच्चों पर नजर रखें माता-पिता : झारखंड पुलिस
रिसर्च में भी आएगा काम
रांची पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती है होती है कि वह कैसे अपराध के पैटर्न को पहचाने लेकिन इस सॉफ्टवेयर की मदद से पुलिस को रिसर्च करने में भी सहायता मिलेगी. उदाहरण के लिए अगर किसी पुलिस अधिकारी को यह जानना है कि 398 के कितने अपराधी पिछले 6 महीना में गिरफ्तार हुए हैं तो उसमें यह सॉफ्टवेयर बेहद मददगार साबित होगा. सिटी एसपी सौरभ के अनुसार पूर्व में पुलिस के द्वारा हार्ड कॉपी के द्वारा अपराधियों की समीक्षा की जाती थी जिसमें काफी समय लगता था. लेकिन इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से बड़े आराम के साथ ऑनलाइन ही समीक्षा का काम हो जाएगा.
सॉफ्टवेयर को बेहतर बनाने का काम जारी है
रांची के सिटी एसपी सौरभ ने बताया कि सॉफ्टवेयर को बेहतर बनाने का काम लगातार जारी है. बड़े से लेकर छोटे अपराधियों का साफ्टवेयर में डाटा अपडेट होने के बाद पुलिस के लिए यह साफ्टवेयर अपराधियों पर नजर रखने में काफी कारगर साबित होगी. राजधानी में फिलहाल सिटी एसपी कार्यालय कंप्यूटर में दक्ष कई पुलिसकर्मी अलग-अलग मामलों में नामजद अपराधियों का डाटा अपडेट कर रहे हैं. इस सॉफ्टवेयर में आपराधिक मामलों में नामजद व्यक्ति की फोटो के अलावा उसका नाम, फोटो, आधार कार्ड नंबर, माता-पिता का नाम, जन्मतिथि भी अपलोड किया जा रहा है. अपलोड के दौरान अपराधी की ओर से किए गए अपराध की कैटेगरी जैसे ड्रग डीलर, गैंगस्टर, चोरी, स्नैचिंग, मर्डर, धोखाधड़ी सिलेक्ट की जाएगी. सेलेक्ट करने पर ही अपराधियों का पूरा डाटा और उनके द्वारा दिए गए अपराधिक वारदातों की लिस्ट सामने आ जाएगी.