रांची: राजधानी रांची के धुर्वा इलाके में 25 बांग्लादेशी नागरिकों की होने की सूचना पर अफरा-तफरी मच गई. धुर्वा थाना क्षेत्र के मौसीबाड़ी इलाके में किराये के मकान में रह रहे 25 युवकों के बारे में इलाके के लोगों ने सूचना दी थी कि वे बांग्लादेशी हैं. लेकिन जांच में मामला कुछ और ही निकला.
पुलिस ने की पूछताछ
धुर्वा के मौसीबाड़ी इलाके के कुछ लोगों ने पुलिस पर खबर दी कि 25 की संख्या में बांग्लादेश के युवक उनके मोहल्ले में आये हुए हैं. खबर यह भी उड़ी की 25 की संख्या में युवक जो बांग्लादेश के रहने वाले हैं वहां भारत विरोधी नारे भी लगाते हैं. आनन- फानन में धुर्वा पुलिस मौके पर पहुंची और सभी युवकों से पूछताछ शुरू की. इसी बीच में सूचना मिली कि सभी युवक रांची में किसी बिजली का काम करने वाली कंपनी के लिए काम करते हैं. पुलिस ने जांच के लिए पांच युवकों को थाने ले आई.
सभी मालदा के मजदूर निकले
पुलिस की जांच के दौरान सभी युवकों ने अपने आधार कार्ड दिखाए. युवकों के अनुसार वे सभी पश्चिम बंगाल के मालदा के रहने वाले हैं. बिजली विभाग का काम करने वाली कंपनी ने ही दो दिन पहले उन्हें धुर्वा इलाके में रहने के लिए मकान उपलब्ध करवाया था. वे रांची में बिजली का काम किया करते हैं.
बिजली का काम करते हैं
मौके पर पहुंचे कंपनी के सुपरवाइजर मुकेश झा और राहुल दुबे ने बताया कि लोकसभा चुनाव के कारण सारा काम रांची में ही हो रहा था. इसी वजह से सभी मजदूरों को किराये के मकान में रखा गया था. वह दिनभर रांची के अलग-अलग क्षेत्रों में बिजली का काम किया करते हैं.
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पुलिस कर रही जांच
वहीं, मामले की जांच के बाद पुलिस ने सभी युवकों को छोड़ दिया है. हालांकि पुलिस यह भी जांच कर रही है कि किस शख्स ने यह अफवाह फैलाई की सभी बांग्लादेशी नागरिक हैं और भारत विरोधी नारे लगा रहे थे.