रांची: गोंडा थाना क्षेत्र के रहने वाले दवा कारोबारी मनीष अग्रवाल और उसके परिवार को बंधक बनाकर डकैती किए जाने के मामले में रांची पुलिस के हाथ अब तक खाली हैं. घटना के तीन दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस को डकैतों का कोई सुराग हाथ नहीं लगा है.
प्रमुख स्थानों के सीसीटीवी खंगाल रही पुलिस
शनिवार को पुलिस की टीम ने रांची रेलवे स्टेशन और हटिया स्टेशन के पास लगे सीसीटीवी कैमरा से फुटेज निकाला है. इस फुटेज से पुलिस यह पता लगा रही है कि कहीं अपराधी डकैती की वारदात को अंजाम देने के बाद ट्रेन से तो नहीं भाग गए. मामले में पुलिस डकैती और चोरी के मामले में जेल से छूटे अपराधियों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी कर रही है. अब तक पुलिस 12 अपराधियों से पूछताछ कर चुकी है.
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पुलिस तैयारी करवा रही डकैतों का स्केच
रांची पुलिस ने मनीष और उनके परिवार के सदस्यों से पूछताछ की. डकैतों का हुलिया लिया है. पुलिस सदस्यों से यह जानकारी ली है कि डकैतों ने क्या लिबास पहने थे और वह दिख कैसे रखे थे. इसी आधार पर पुलिस की ओर से डकैतों का स्केच तैयार किया जा रहा है. स्केच तैयार होने के बाद पुलिस इसे जारी करेगी. आमजनों से मदद लेकर पुलिस डकैतों तक पहुंचेगी. हालांकि रांची पुलिस शनिवार को ही अपराधियों के स्केच जारी करने वाली थी, लेकिन स्केच आर्टिस्ट के द्वारा जो स्केच बनाया गया वह अपराधियों के हुलिए से मेल नहीं खाता था. इस वजह से एक बार दोबारा स्केच बनवाया जा रहा है.
मध्य प्रदेश पुलिस के संपर्क में रांची पुलिस
दवा व्यवसायी के घर डकैती की वारदात मध्य प्रदेश के गुना के चड्डी बनियान गिरोह ने तो नहीं दिया है. पुलिस इस पहलू पर भी जांच कर रही है. पुलिस का कहना है कि चड्डी बनियान गिरोह ने कुछ दिन पहले कांके रोड में एक डकैती की वारदात को अंजाम दिया था.
बिहार के जमुई के गैंग पर भी नजर
बिहार के जमुई का एक गैंग भी झारखंड के कई शहरों में सक्रिय है. पुलिस का कहना है कि शहर में मधुमक्खी का छत्ता निकालने और मधु निकलाने के नाम पर इस गिरोह के सदस्य जगह-जगह गली मोहल्लों में घूमते हैं और मौका पाकर लूट की वारदातों को अंजाम देते हैं. इन गिरोह पर भी पुलिस नजर रखी है. मधु बेचने वाले लोगों की जानकारी हासिल की जा रही है.
पूर्व के कर्मियों का भी डिटेल खंगाल रही पुलिस
डकैती कांड में पुलिस को आशंका इस बात की भी है कि कहीं कोई ऐसा व्यक्ति तो नहीं जो पूर्व में मनीष के घर में काम कर चुका हो और उनके घर के बारे में पूरी तरह से जानकारी रखता हो. पुलिस उन लोगों का भी डाटा तैयार कर रही है जो मनीष की श्रद्धानंद रोड स्थित फर्मा दुकान में काम कर चुके हैं.
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नगदी समेत नौ लाख के जेवरात की हुई थी डकैती
मिसिर गोंदा के जतड़ाटांड़ मैदान के पास रहने वाले दवा व्यवसायी मनीष कुमार और उनके परिजनों को हथियार के बल पर बंधक बनाकर बुधवार की देर रात डकैतों ने डकैती की वारदात को अंजाम दिया था. डकैतों को व्यवसायी के अलावा उनकी पत्नी कृति और बेटी कृतिका और भतीजा करण को बांध दिया था. इसके बाद डकैतों ने चार लाख नगदी और पांच लाख रुपए के जेवरात लूटकर अटैची और दो छोटे बैग में लेकर भाग निकले. सुबह पांच बजे परिवार के लोगों ने पुलिस को इसकी सूचना दी. मामले में मनीष ने गोंदा थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है.