रांची: मेडिकल पीजी में एडमिशन के नाम पर 51.41 लाख की ठगी का मामला सामने आया है. रांची के डोरंडा इलाके के रहने वाले वासुदेव तांती ने धनबाद के रहने वाले दो आरोपियों के खिलाफ रांची के डोरंडा थाने में ठगी की प्राथमिकी दर्ज करवाई है. उनका आरोप है कि एमबीबीएस कॉलेज में एडमिशन के नाम पर उनसे 51 लाख रुपए से ज्यादा की ठगी की गई है.
क्या है पूरा मामला
रांची के डोरंडा थाने में दिए गए लिखित आवेदन में वासुदेव तांती ने बताया है कि उनकी बेटी रूही कुमारी कर्नाटक के कॉलेज से एमबीबीएस पास कर चुकी है. पढ़ाई के दौरान ही उसकी मुलाकात धनबाद के रहने वाले अजीत कुमार से हुई थी. उस दौरान अजीत ने रूही को यह बताया था कि उसके पिता एक बड़े अधिकारी हैं और उसे अगर मेडिकल पीजी में एडमिशन करवाना हो तो वह मदद करेंगे. रूही के एडमिशन के लिए उसके पिता वासुदेव धनबाद गए और वहां अजीत और उसके पिता दीनानाथ प्रसाद से मिले. उस दौरान एडमिशन के लिए पैसे देने की बात हुई जिसके लिए वासुदेव तैयार हो गए हैं और उन्होंने अलग-अलग किस्तों में 51.41 लाख रुपये अजीत को दे दिए.
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न एडमिशन हुआ ना पैसे लौटाए
पैसे देने के बाद रूही और उसके पिता लगातार अजीत से एडमिशन के लिए संपर्क करते रहे, लेकिन अजीत आज कल कह उन्हें लगातार टालता रहा, इसी बीच जिस कॉलेज में एडमिशन की बात हुई थी उसकी लिस्ट भी निकल गई लेकिन उसमें रूही का नाम नहीं था. बात करने पर अजीत ने बताया कि उसके पैसे वापस कर दिए जाएंगे क्योंकि एडमिशन नहीं हो पाया, लेकिन महीनों बीत जाने के बाद भी पैसे वापस नहीं किए गए. अब थक हार कर रूही के पिता ने डोरंडा थाने में प्राथमिकी दर्ज करवाई है.