रांची: राजस्थान में चल रहे सियासी घमासान के बीच झारखंड प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष रामेश्वर उरांव के एक बयान से राजनीतिक गलियारे की तपिश बढ़ गई है. रामेश्वर उरांव ने सीधे-सीधे आरोप लगाया है कि भाजपा की तरफ से उनके विधायकों को कई तरह के प्रलोभन दिए जा रहे हैं. किन किन विधायकों से संपर्क किया गया और किस तरह के प्रलोभन दिए गए इसकी भी उन्हें जानकारी है.
लोकतंत्र का गला घोटने पर तुली बीजेपी
उन्होंने कहा कि सत्ता पर काबिज होने के लिए भाजपा किस हद तक गिर सकती है, इसका नमूना गोवा, मणिपुर, कर्नाटक और मध्य प्रदेश में देखा जा चुका है. यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस कज विधायक ही खुद भाजपा के संपर्क में तो नहीं है. इसके जवाब में उन्होंने कहा कि ऐसा हो ही नहीं सकता. भाजपा के लोग खुद कांग्रेसी विधायकों को प्रलोभन दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस के तमाम विधायक तपे-तपाए हैं और लंबे संघर्ष के बाद इस मुकाम तक पहुंचे हैं. लिहाजा झारखंड में भाजपा की मंशा कभी पूरी नहीं होगी. उन्होंने कहा कि भाजपा सत्ता पर काबिज होने के लिए लोकतंत्र का गला घोटने पर तुली हुई है.
ये भी पढ़ें- बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष का कांग्रेस पर पलटवार, कहा- जेपीसीसी प्रेसिडेंट को अपने विधायकों पर विश्वास नहीं
किस राजनीतिक सोच के तहत इस तरह का काम कर रही है भाजपा
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने कहा कि पहले एक स्टैंडर्ड हुआ करता था कि चुनाव के बाद जो सबसे बड़ी पार्टी होगी, उसको राज्यपाल सरकार बनाने के लिए बुलाएंगे. गोवा में कांग्रेस पार्टी सबसे बड़ी पार्टी थी लेकिन बीजेपी ने खेल खेला और कांग्रेस को गवर्नर ने नहीं बुलाया. वही कहानी मणिपुर में भी दोहराई गई. भाजपा जो कर रही है यह लोकतंत्र के लिए खतरनाक है. फिर बनी हुई सरकार को भाजपा ने कर्नाटक में गिराया और मध्य प्रदेश में भी गिराया. अब राजस्थान में खेल खेल रही है हद तो तब हो गई जब मध्य प्रदेश में 12 ऐसे लोगों को मंत्री पद की शपथ दिला दी गई जो आज की तारीख में विधानसभा के सदस्य नहीं है.
झारखंड में भाजपा की दाल नहीं गलेगी
यह सही है कि संविधान में व्यवस्था है कि कोई भी मंत्री या मुख्यमंत्री बन सकता है लेकिन उसे 6 महीने के भीतर चुनाव जीतना होगा. लेकिन सवाल यही है कि यह कौन सी परंपरा है कि 12 लोगों को जो विधायक भी नहीं है और मंत्री बना दिए गए. देश की जनता को यह देखना चाहिए, अब झारखंड में भी माहौल बनाया जा रहा है. लेकिन झारखंड में भाजपा की दाल नहीं गलेगी.