रांची: राजधानी रांची के इकरा मस्जिद में जुमे की नमाज के बाद शरारती तत्वों ने शहर के अमन चैन को बिगाड़ने की कोशिश है. डेली मार्केट के पास रोके जाने पर आक्रोशित युवक पुलिस से ही भिड़ गए. यहीं से मामला बिगड़ता चला गया. आसपास की गलियों में मौजूद लोगों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी. इस दौरान पुलिस लाचार नजर आई.
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पुलिस जब तक सख्ती दिखाती, तब तक डेली मार्केट के थाना प्रभारी घायल हो चुके थे. रांची के एसएसपी सुरेंद्र झा भी के सिर में चोट आई है. वहीं शरारती तत्वों की तरफ से की गई फायरिंग में जैप का एक जवान घायल हुआ है. हालात को संभालने और आत्मरक्षा में पुलिस की तरफ से कई राउंड हवाई फायरिंग और आंसू गैस के गोले छोड़े गए. मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन ने सुजाता चौक से फिरायालाल चौक तक मेन रोड तक और उसके दोनों ओर 500 मीटर की दूरी तक निषेधाज्ञा लागू कर दी है. इस क्षेत्र में 5 या 5 से अधिक व्यक्ति का जमा होना वर्जित रहेगा. वहीं, किसी तरह की अफवाह ना फैले इसके लिए इंटरनेट सेवा को शाम 7 बजे से शनिवार सुबह 6 बजे तक इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है.
डीसी और एसएसपी खुद मामले पर पैनी निगाह बनाए हुए हैं. इसके बड़ी संख्या में पुलिस कर्मी और सुरक्षाबल इलाके में तैनात है. बड़े अधिकारी मौके पर पहुंच कर निगरानी कर रहे हैं. रांची के डीसी छवि रंजन ने जानकारी देते हुए बताया कि जैसे ही असामाजिक तत्व पत्थरबाजी करने लगे वैसे ही पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन की टीम ने पहुंचकर हिंसा पर काबू पा लिया. उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि लोग शांति बनाकर रखें उनकी सुरक्षा जिला प्रशासन की जिम्मेदारी है.
अब इस घटना के बाद राजनीतिक दलों की प्रतिक्रिया आनी शुरू हो गई है. झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास ने घटना की निंदा करते हुए लिखा है कि सरकार वोट बैंक की राजनीति छोड़ कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करें, नहीं तो इस तरह की घटनाएं आने वाले दिनों में और बढ़ेंगी.