रांची: आरयू के 33वां दीक्षांत समारोह में राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने समारोह की शुरुआत की. इसके बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, भारत की प्रथम महिला राष्ट्रपति की पत्नी सविता कोविंद, मुख्यमंत्री रघुवर दास, शिक्षा मंत्री नीरा यादव को स्मृति चिन्ह देकर प्रति कुलपति कामिनी कुमार ने स्वागत किया. मौके पर झारखंड के शिक्षा मंत्री नीरा यादव भी मौजूद थीं.
आरयू के कुलपति रमेश कुमार पांडेय द्वारा स्वागत भाषण के साथ 33वां दीक्षांत समारोह की शुरुआत हुई. मंच पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द, भारत की प्रथम महिला, राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू, मुख्यमंत्री रघुवर दास, शिक्षा मंत्री नीरा यादव मौजूद थीं.
राष्ट्रपति का संबोधन
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि जब आरयू प्रशासन और मुख्यमंत्री के साथ-साथ राज्यपाल द्वारा मुझे इस दीक्षांत समारोह में शामिल होने को लेकर आमंत्रण दिया गया. उस वक्त धर्म संकट में पड़ गया था क्योंकि एक तरफ देशभर के विश्वविद्यालयों की शिकायत रहती है कि मैं अन्य किसी समारोह में नहीं जाता हूं, तो फिर आरयू के दीक्षांत समारोह में कैसे जाऊंगा. अंत तक सोच विचार करने के बाद धर्म संकट से ऊपर उठकर मैंने यहां आने का फैसला लिया और यहां आने के बाद काफी प्रसन्नता महसूस हुई.
राष्ट्रपति ने कहा कि इस विश्वविद्यालय के एलएलबी गोल्ड मेडलिस्ट से मुझे ईर्ष्या है क्योंकि मैं एलएलबी हूं और वो एलएलएम में गोल्ड मेडलिस्ट हैं. उन्होंने कहा कि इस विश्वविद्यालय में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है. बड़े-बड़े पोस्ट पर इसी विश्वविद्यालय के विद्यार्थी आज विराजमान हैं.
56 में से 47 बेटियों को गोल्ड मेडल
राष्ट्रपति ने संबोधन में कहा कि 56 में से 47 छात्राओं को गोल्ड मेडल मिला है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि आज बेटियों का दिन है, बेटों की अपेक्षा बेटियों ने इस दीक्षांत समारोह में भी यह साबित किया है कि वो देश का भविष्य बेहतर करने में आगे आएंगे. बेटों की जगह पांच गुना ज्यादा बेटियों ने गोल्ड हासिल किया है. बेटियों के इस प्रदर्शन से ये साबित हो गया कि भारत का भविष्य कैसा है.
महेंद्र सिंह धोनी समेत झारखंड के प्रतिभाओं की तारीफ
इस विशेष अवसर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि झारखंड के धरती से कई वीर सपूतों ने जन्म लिया है, तो वहीं प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है. भगवान बिरसा मुंडा तिलकामांझी जयपाल सिंह मुंडा जैसे विभूतियों ने झारखंड का नाम रोशन किया है तो वहीं महेंद्र सिंह धोनी जैसे प्रतिभा देश और दुनिया में झारखंड का लोहा मनवाया है. तीरंदाजी के क्षेत्र में दीपिका कुमारी जैसे प्रतिभा भी निखर कर सामने आई हैं.
युवाओं को ई-सिगरेट से दूर रहने की दी नसीहत
राष्ट्रपति ने युवाओं को नसीहत देते हुए कहा कि ई-सिगरेट की खरीद बिक्री और सेवन पर भी प्रतिबंध है. इसे लेकर भारत सरकार ने कड़े कानून बनाए है. इसके उपयोग करने वाले अपराधी की श्रेणी में आते हैं और सेहत के साथ-साथ समाज पर भी इसका दुष्प्रभाव है. इसीलिए युवा विद्यार्थी ई-सिगरेट से दूरी बनाए और अपने स्वास्थ्य के साथ-साथ पढ़ाई पर ध्यान दें.
जाते-जाते रांची के लोगों से खेद प्रकट की
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि मैं जहां भी जाता हूं ट्रैफिक को लेकर आम लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इसलिए मैं अनावश्यक किसी शहर का भ्रमण नहीं करता हूं और मुझे भी कष्ट होता है मेरे आने जाने से आम लोगों को दिक्कत होती है. उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इसलिए मैं रांची के जनता से खेद प्रकट करता हूं.
गोल्ड वितरण के बाद मुख्यमंत्री ने कहा
रांची विश्वविद्यालय के 33वां दीक्षांत समारोह के मौके पर मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि छात्रों के बीच आकर काफी खुशी हो रही है. इस दौरान सीएम ने तमाम गोल्ड मेडलिस्ट को शुभकामनाएं दी. उन्होंने कहा कि अटल विश्वास के साथ काम करें. इस दौरान उन्होंने कहा मैं भी एक मजदूर परिवार से आता हूं. इसलिए जीवन मे संघर्ष करना जरूरी है. छात्रों को धर्य पूर्वक काम करना होगा. मौके पर उन्होंने कहा कि शिक्षा व्यवस्था को आधुनिक बनाना है लेकिन पश्चिमी सभ्यता को एडाप्ट नही करना है. रांची यूनिवर्सिटी के जनजातीय भाषा विभाग में भी जल्द कई बदलाव देखने को मिलेंगे. ये भरोसा भी दिलाया है.
राज्यपाल का संबोधन
राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि रांची विवि झारखंड का सबसे पुराना विवि है. आपने स्थापना काल से ही यह विवि निरंतर समाज और शिक्षा के बेहतरी के लिए लगातार काम कर रहा है. किसी भी देश या प्रदेश का विकास के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा जरूरी है. राज्य के अधिकतर विवि को नेक से मान्यता दिलाने की लगातार कोशिश है. यहां चांसलर पोर्टल के जरिये नामांकन हो रही है. आरयू में स्वच्छ भारत कार्यक्रम, रक्त दान, ग्रामीण क्षेत्रों में भी सामाजिक और जागरूकता फैलाने का काम कर रहा है. विभिन्न जनजातियों के आलावे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा भी दिया जा रहा है. इस दौरान राज्यपाल ने तमाम उपाधि प्राप्त और गोल्ड मेडलिस्ट को बधाई दी है.